
Andhra Pradesh : आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले से एक बेहद चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां के एक परिवार ने अपनी ही बहू और उसके छोटे बच्चे के साथ हैवानियत की हदें पार कर दीं, जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, इस महिला की शादी दो साल पहले रंजीत नामक व्यक्ति से हुई थी। शुरुआत में तो सब कुछ सामान्य था, लेकिन कुछ समय बाद ही परिवार के सदस्यों का असली चेहरा सामने आया। आरोप है कि महिला के ससुराल वाले उससे एक घिनौनी मांग करने लगे। उनका कहना था कि यदि महिला अपने देवर (पति के भाई) प्रवीण के साथ यौन संबंध बनाए, तो इससे उनके परिवार में ‘बेटा’ पैदा होगा।
महिला ने किया इनकार
जब महिला ने इस घिनौनी और अमानवीय मांग को मानने से साफ इनकार कर दिया, तो परिवार के सदस्यों का क्रूर रूप सामने आया। ससुर, सास और ननद ने मिलकर उसे और उसके बच्चे को एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया।
10 दिनों तक माँ-बेटे को किया गया प्रताड़ित
यह जुल्म सिर्फ एक-दो दिन का नहीं था बल्कि पूरे 10 दिनों तक चला। महिला और उसके बच्चे को उस अंधेरे कमरे में भूखा-प्यासा, बिना बिजली के, बिना पानी और टॉयलेट का उपयोग किए रहने पर मजबूर किया गया। इस दौरान वे अत्यंत पीड़ा और मानसिक तनाव से गुजरते रहे।
पुलिस और मानवाधिकार आयोग ने किया खुलासा
यह मामला तब सामने आया जब इसकी जानकारी राज्य मानवाधिकार आयोग तक पहुंची। आयोग ने तुरंत ही इस गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो उस कमरे का दृश्य देखकर भी हैरान रह गई।
पुलिस ने तत्काल महिला और उसके बच्चे को उस दर्दनाक स्थिति से मुक्त कराया और आरोपियों- ससुर, सास और ननद को हिरासत में ले लिया। साथ ही, आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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