
प्रदर्शनकारियों ने लगाए नारे, पुलिस की लाठीचार्ज से कई छात्र घायल, दर्जनभर हिरासत में
देवा, बाराबंकी। देवा-चिनहट रोड स्थित श्री रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में सोमवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एलएलबी की फेक डिग्री दिए जाने से नाराज छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज छात्रों ने फेक डिग्री देने वाले को जेल भेजो के नारे लगाए और गादिया पुलिस चौकी के बाहर जमकर विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी में एलएलबी की मान्यता ही नहीं है, इसके बावजूद वर्ष 2023 से पासआउट छात्रों को अब तक डिग्रियां नहीं दी गईं। सोमवार को जब छात्र-छात्राओं ने दोबारा विरोध जताया तो उन्हें फर्जी डिग्रियां थमा दी गईं, जिससे गुस्सा और भड़क उठा। छात्रों ने कैंपस में हंगामा करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन पर भविष्य से खिलवाड़ का आरोप लगाया।
पुलिस-छात्रों में झड़प, लाठीचार्ज से भगदड़
हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची देवा, बाराबंकी और आसपास की थानों की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच हाथापाई हो गई। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने लाठियां भांजी, जिससे भगदड़ मच गई और भागते समय कई छात्र-छात्राएं चोटिल हो गए। पुलिस ने करीब एक दर्जन छात्रों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस चौकी इंचार्ज पर लापरवाही का आरोप
छात्र-छात्राओं का आरोप है कि तीन दिन पहले ही उन्होंने फेक डिग्री प्रकरण की शिकायत गादिया पुलिस चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह से की थी, लेकिन पुलिस ने मामले को दबा दिया। प्रदर्शन के दौरान चौकी इंचार्ज मौके पर मौजूद नहीं थे। आरोप है कि यदि वे समय से हस्तक्षेप करते तो इतना बड़ा बवाल टल सकता था।
छात्रों की मांग
प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनकी डिग्रियों की मान्यता से खिलवाड़ किया है। छात्रों ने मांग की है कि जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए, अन्यथा दोबारा और बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों ने कराया शांत
हंगामे की सूचना मिलते ही बाराबंकी कोतवाल अजय कुमार पांडेय और देवा कोतवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने स्पष्ट किया कि छात्रों के प्रदर्शन और उनकी पिटाई की गहनता से जांच कराई जाएगी। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने बताया अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया था। उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
विद्यार्थियों में फैले भ्रम को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने शपथ पत्र जारी किया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कोर्स की मान्यता या डिग्री की वैधता को लेकर भविष्य में किसी छात्र को कोई समस्या नहीं होगी। उन्होंने कि प्रत्येक विद्यार्थी के सुरक्षित भविष्य के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह वचनबद्ध है।
प्रो. नीरजा जिंदल
रजिस्ट्रार
राम स्वरूप यूनिवर्सिटी