
- साधु-संतों में खुशी की लहर, दैनिक भास्कर से की वार्ता
नैमिषारण्य-सीतापुर। प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज 2025-26 के लिए बजट प्रस्तुत किया। वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत इस बजट में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए पर्यटन विधा पर विशेष बात की गई। इस दौरान वित्त मंत्री ने जिक्र किया कि बीते वर्ष 2024 में जनवरी से दिसंबर तक प्रदेश में कुल 65 करोड़ से अधिक पर्यटक आए है जिनमें विदेशी पर्यटकों की संख्या 14 लाख रही है वहीं महाकुंभ के दौरान अब तक प्रदेश में 53 करोड़ से अधिक देश विदेश से आये पर्यटकों ने न केवल महाकुंभ में स्नान दर्शन पूजन किया है।
वहीं प्रदेश के प्रमुख धार्मिक नगरों अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट और नैमिषारण्य में भी श्रद्धालुओं की आवक बढ़ी है। आध्यात्मिक पर्यटन में पर्यटकों के बढ़ते रुझान को देखते हुए वित्त मंत्री ने मथुरा, अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट और नैमिषारण्य आवश्यक कार्यों के लिए हबजट प्रस्तावित करने की बात कही है। इस कड़ी में जहां धर्मार्थ कार्य विभाग अंतर्गत विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य में वेद विज्ञान ज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए 100 करोड रुपए की राशि प्रस्तावित की गई है वही मुख्यमंत्री पर्यटन स्थलों के विकास योजना अंतर्गत नैमिषारण्य तीर्थ में पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु 100 करोड रुपए की व्यवस्था के प्रस्तावित होने का भी जिक्र किया गया है। इस मुद्दे पर तीर्थ वासियों ने कुछ इस प्रकार अपनी राय रखी।

महंत हनुमान गढ़ी के बजरंग दास कहते हैं कि प्रदेश सरकार आध्यात्मिक पर्यटन की बेहतरी के लिए प्रयासरत है, तीर्थ में जहां कई कार्य पहले से प्रस्तावित है वही इस बजट में नैमिषारण्य तीर्थ में विकास कार्यों के लिए राशि की व्यवस्था सुखद संकेत है।
नैमिष टूरिस्ट सर्विसेस के संस्थापक पुरुषोत्तम शास्त्री कहते हैं कि महाकुंभ के बाद से प्रदेश में पर्यटन की विधा को नई ऊर्जा मिली है। तीर्थ में प्रदेश के साथ ही अन्य देशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक आए हैं। वेद विज्ञान ज्ञान केंद्र की स्थापना सहित अन्य कई जरूरी बिंदुओं पर तेजी से कार्य करने की जरूरत है उम्मीद है प्रदेश सरकार जल्द ही इस दिशा में बेहतर कार्य करेगी।
व्यापारी घनश्याम अग्रवाल कहते हैं कि महाकुंभ के दौरान तीर्थ में श्रद्धालुओं की आवक काफी बढ़ी है। तीर्थ में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए महाकुंभ का समय बेहतरीन रहा है। उम्मीद है आगामी बजट से तीर्थ में आर्थिक विकास का पहिया और तेजी से चलेगा।