महावीर चक्र विजेता के गांव में जगी विकास कार्यों की उम्मीद

चमोली। इंडो-पाक युद्ध 1971 में देश के लिए अपने अदम्य साहस का परिचय देकर शहीद होने वाले महावीर चक्र विजेता शहीद अनुसूया प्रसाद गौड़, जिनका संबध मूल रूप से जनपद चमोली के नंदप्रयाग के नौना गांव से है, के पैतृक गांव में उनकी जन्म जयंती बड़े हर्ष व उल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए शहीद अनुसूया प्रसाद मेमोरियल समिति देहरादून व रामा पजल एवं पूर्व सैनिकों द्वारा सबसे कम उम्र मात्र 19 साल की उम्र में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले इस भारत मां के लाल के बलिदान को याद किया गया।

कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि विधायक थराली भूपालराम टम्टा ने सभी क्षेत्रवासियों को उनकी देशभक्ति की शहादत को यादगार बनाने के लिए उनकी स्मृति मनाए जाने की भी बात कही। साथ ही निकट भविष्य में उनके योगदान पर क्षेत्र में नए विकास कार्यों की भी जानकारी दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कर्नल एचएस रावत ने बताया कि अनुसुया प्रसाद गौड़ के नाम से अब एक फाउंडेशन बनाया जाएगा।

अति विशिष्ट अतिथि व इतिहासकार भुवन नौटियाल ने बताया कि 36 साल पहले उन्होंने एक छोटे से समाचार पत्र की मदद से इस लाल को प्रकाश में लाकर सरकार को चेताया था। आज उन्होंने सरकार से शहीद के गांव के विकास के लिए 5 लाख रुपए विधायक निधि से स्वीकृत करने का भी अनुमोदन किया है। इस दौरान महिला मंगल दल कमेडा, मटई ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिन्हें विधायक ने नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

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