
बेल्जियम में अपनी गिरफ़्तारी से लगभग चार साल पहले वांछित व्यवसायी मेहुल चोकसी को डोमिनिकन गणराज्य में अवैध प्रवेश के लिए गिरफ्तार किया गया था. तब उसने आरोप लगाया था कि भारतीय एजेंटों ने उसे एंटीगुआ और बारबुडा से जबरन निकाला. आपको बता दें कि हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी सरकारी बैंक में 12,636 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी है. वह जनवरी 2018 में भारत से भागकर एंटीगुआ पहुंच गया था, जहां उसने निवेश करके नागरिकता ले ली थी. मई 2021 में चोकसी डोमिनिकन गणराज्य में दिखाई दिया और उसे अवैध प्रवेश के लिए गिरफ्तार कर लिया गया. उसने आरोप लगाया कि उसे एंटीगुआ में अगवा किया गया, प्रताड़ित किया गया और नाव पर डोमिनिकन गणराज्य लाया गया.
चोकसी की ‘गर्लफ्रेंड’ थी
चोकसी के किडनैप के बाद एक महिला का नाम सामने आया. चोकसी की पत्नी प्रीति ने आरोप लगाया कि वे 2020 में हंगरी की नागरिक बारबरा जबारिका से मिले थे और आरोप लगाया कि वह एक हनीट्रैप योजना का हिस्सा थी. बारबरा ने इन आरोपों और उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि वह चोकसी की ‘गर्लफ्रेंड’ थी. मेरी अपनी आय और व्यवसाय है. मुझे उसकी नकदी, सहायता, होटल बुकिंग, नकली आभूषण या किसी भी चीज की जरूरत नहीं है.
प्रीति ने कहा कि चोकसी ने खुद को राज के रूप में पेश किया और वे पहली बार अगस्त 2020 में मिले थे. बारबरा ने कहा, “मेहुल चोकसी ही वह व्यक्ति था, जिसने मुझसे संपर्क किया, मेरा नंबर मांगा और मुझसे ‘दोस्ती’ की, जो उसकी पत्नी के बयान के बिल्कुल विपरीत था. उसने यह भी कहा कि चोकसी ने उसे बताया था कि वे क्यूबा में मिल सकते हैं, यह सुझाव देते हुए कि वह वहां जाने की योजना बना रहा है. हालांकि, चोकसी ने आरोप लगाया कि जब उसे पीटा जा रहा था और एंटीगुआ और बारबुडा से डोमिनिका ले जाने के लिए एक वाटरक्राफ्ट पर रखा जा रहा था, तब बारबरा ने उसकी मदद करने की कोशिश नहीं की. उन्होंने यह भी कहा कि बारबरा के व्यवहार से पता चलता है कि “वह इस पूरी योजना का एक अभिन्न हिस्सा थी.
प्रीति चोकसी ने दावे को किया खारिज
बारबरा के इस दावे को प्रीति चोकसी ने खारिज कर दिया कि वह चोकसी को राज के नाम से जानती थी. उन्होंने कहा कि यह कैसे संभव है कि इस मामले को लेकर मीडिया का ध्यान और सार्वजनिक हंगामा होने के बावजूद यह महिला जिसका इंस्टाग्राम अकाउंट है और जिसके हजारों फॉलोअर्स हैं. इस सब के बारे में अनजान थी और अपने ‘दोस्त’ के बचाव में बोलने के लिए सामने नहीं आई?” उन्होंने कहा कि ये फर्जी दावे मेरे पति की गलत तस्वीर पेश करने का एक प्रयास मात्र हैं.
चोकसी को डोमिनिकन गणराज्य में 51 दिनों तक कैद रखा गया, उसके बाद उसे ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से राहत मिली और वह एंटीगुआ वापस आ गया, जिससे भारत द्वारा उसे प्रत्यर्पित करने के प्रयास विफल हो गए. मार्च 2023 में इंटरपोल ने चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस वापस ले लिया. रेड नोटिस दुनिया भर में कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अनुरोध है कि वे प्रत्यर्पण या आत्मसमर्पण की प्रतीक्षा में किसी व्यक्ति का पता लगाएं और उसे अस्थायी रूप से गिरफ़्तार करें.
भारत प्रत्यर्पति करने की संभावना
इंटरपोल के कदम के जवाब में सीबीआई ने कहा कि चोकसी ने “झूठे दावों, मनगढ़ंत नाटकीय कहानियों और काल्पनिक आख्यानों” के साथ “भटकाव पैदा करने” के लिए इंटरपोल की फ़ाइलों के नियंत्रण आयोग सहित अंतर्राष्ट्रीय मंचों से संपर्क किया, क्योंकि उसे भारत में प्रत्यर्पित किए जाने की संभावना है. सीबीआई ने यह भी कहा था कि इंटरपोल रेड नोटिस “न तो एक पूर्व शर्त है और न ही प्रत्यर्पण कार्यवाही के लिए एक आवश्यकता है”.
रेजिडेंसी कार्ड के लिए जमा किए फेक डॉक्युमेंट
पिछले साल भारतीय एजेंसियों को पता चला कि चोकसी बेल्जियम में है और उन्होंने तुरंत वहां की एजेंसियों को अलर्ट कर दिया. धोखाधड़ी के मामले से जुड़े सभी दस्तावेज भी साझा किए गए. बेल्जियम पुलिस ने शनिवार को चोकसी को गिरफ्तार किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चोकसी ने बेल्जियम में रेजिडेंसी कार्ड पाने के लिए फर्जी दस्तावेज जमा किए. उसने यह भी छिपाया कि वह भारत और एंटीगुआ का नागरिक है. चोकसी के वकील ने कहा कि वह स्वास्थ्य आधार पर राहत के लिए बेल्जियम में आवेदन दायर करेंगे.
कैंसर का चल रहा इलाज
विजय अग्रवाल ने कहा कि अपील के लिए एक मुख्य आधार चोकसी का स्वास्थ्य होगा. उन्होंने कहा कि वह कैंसर का इलाज करवा रहा है और स्विट्जरलैंड में इसे जारी रखना चाहता है. फिलहाल उसके भागने का खतरा नहीं है.” वकील ने चोकसी को भारत वापस लाए जाने पर सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि जैसे ही वह आएगा, उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाएगा. वह खुद को इससे बचाना चाहता है.