
- अन्तर्राष्ट्रीय उपभोक्ता कल्याण समिति हमीरपुर ने विशुद्ध मिठाई विक्रेताओं के विरुद्ध एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
- राठ कस्बा में धड़ल्ले से बिक रही नकली खोवा से बनी मिठाइयां, लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा
- मिलावटी मिठाइयों की घटतौली कर उपभोक्ताओं का जमकर किया जा रहा शोषण
- केमिकल से बनी मिठाइयो के साथ तौला जा रहा डिब्बा, उपभोक्ताओं से वसूली जा रही पूरी कीमत
- मिठाई की दुकानों पर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निर्देशों का नहीं किया जा रहा पालन
- शासन द्वारा कड़े निर्देश के बाद भी हमीरपुर के जिम्मेदार अधिकारी खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने में नाकाम
भास्कर ब्यूरो
हमीरपुर। जिले में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मिलावटखोर मिठाइयों में मिलावट करके जहर समान मिठाइयां धड़ल्ले से बेची जा रही हैं। केमिकल से बनी मिठाइयां काउंटर की शोभा बढ़ा रही हैं तो कही शुद्ध दूध व शुद्ध खोया से बनने का दावा करते हुए अलग अलग किस्म की ढेरों रंग बिरंगी मिठाइयां सजाई गई हैं। लेकिन मिलावटखोरों द्वारा इन मिठाइयों में मिलावट करना आम बात हो गई है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं। जिस पर अंकुश लगाने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय उपभोक्ता कल्याण समिति हमीरपुर द्वारा राठ एसडीएम को ज्ञापन सौंपा हैं। ताकि मिलावटी सामानों से बनी मिठाइयो पर अंकुश लगाया जा सके। क्योंकि मिलावटी मिठाइयां लोगों की सेहत पर बुरा असर डालती है। और ऐसे खाद्य पदार्थों के कारण मानव जीवन खतरे में है।

अन्तर्राष्ट्रीय उपभोक्ता कल्याण समिति हमीरपुर जिलाध्यक्ष रामसिंह राजपूत ने बताया कि शासन के कड़े निर्देश के बाद भी हमीरपुर के जिम्मेदार अधिकारी खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। कस्बा राठ सहित पूरे जनपद में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री अपने चरम पर है। जिससे जिले में मिलावटखोरो का गोरखधंधा खूब फलफूल रहा है। जहां लगातार लोग बीमार पड़ रहे और कई बार लोगो की जानें तक चली गई। मिलावटी दूध, नकली पनीर, अशुद्ध घी, मिलावटी शहद, मिलावटी मिठाइयां, मसाले, फल, सब्जियां हर चीज में मिलावट हो रही है। बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही है। और मिठाइयो में चाँदी की पन्नी से लिपटी हुई एल्युमीनियम की मिलावट हो सकती है। यह खतरनाक धातु शरीर के लिए बहुत हानिकारक है।

रामसिंह राजपूत ने बताया कि समय समय पर मिलावटखोरों पर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति तो की गई। लेकिन आज तक मिलावटखोरों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जिससे मिलावटखोरों के हौसले बुलंद हैं। और खाद्य सुरक्षा मानक कानून का पालन न करके दुकानदारो द्वारा घटतौली करने के साथ कागज से बना डिब्बा मिठाई के साथ तौलकर पूरी रकम उपभोक्ताओं से वसूली जाती है। लेकिन यह कानून के विरुद्ध है। जिसमें एफ आई आर और जुर्माने का भी प्रावधान है। यह जानते हुए भी मिलावटखोर मनमानी करते नजर आते है।