
मोहाली। राउंडग्लास और हॉकी पंजाब के संयुक्त आयोजन में चल रही पंजाब हॉकी लीग (पीएचएल) को भारत के हॉकी महान खिलाड़ियों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उनका मानना है कि यह लीग देश में खेल का भविष्य बदल रही है। 30 लाख रुपये की इनामी राशि जो भारत में जूनियर हॉकी के लिए अब तक की सबसे बड़ी रकम है, और देशभर की टीमों की भागीदारी के साथ, पीएचएल ने जमीनी स्तर के विकास में नए मानक स्थापित कर दिए हैं।
भारत के पूर्व फॉरवर्ड और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित प्रभजोत सिंह ने आयोजकों द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में टूर्नामेंट के पैमाने और दृष्टिकोण की सराहना करते हुए इसे ‘‘युवाओं के लिए सबसे बड़ा मंच बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह लीग, जो राउंडग्लास और हॉकी पंजाब ने शुरू की है, शानदार पहल है। जब ऐसी लीग होती है, तो सभी जूनियर्स को मौका मिलता है। साथ ही इसमें 30 लाख रुपये की बड़ी इनामी राशि भी है। यह खिलाड़ियों के लिए बड़े टूर्नामेंट की तैयारी का शानदार प्लेटफॉर्म है।,’’
2001 जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप विजेता और दो बार एशिया कप जीत चुके प्रभजोत ने कहा कि लीग के हर साल आयोजित होने से युवाओं को स्पष्टता और प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने कहा, “पहले खिलाड़ियों को यह नहीं पता होता था कि कौन-सा टूर्नामेंट खेलना है। अब इस लीग के चलते उन्हें पता है कि यह हर साल होती है। इसलिए वे इसके लिए तैयारी करते हैं। वे यहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं ताकि यह उन्हें सीनियर कैंप में चयन का मौका दिला सके।,’’
प्रभजोत ने यहां तक कहा कि अगर उनके दौर में भी ऐसी लीग होती, तो खिलाड़ियों का करियर कई साल और बढ़ जाता।
हॉकी के दिग्गज बलजीत सिंह ने कहा कि इस पहल का असर पंजाब से आगे भी दिखेगा।
उन्होंने कहा, “यह शानदार पहल है। इससे भारतीय हॉकी को बढ़ावा मिलेगा। पंजाब की हॉकी हमेशा समृद्ध रही है और अब अन्य राज्य भी हमारी हॉकी संस्कृति से लाभ उठा सकते हैं। ऐसी पहलों को नियमित समर्थन मिलना चाहिए ताकि भारत को लगातार अच्छे खिलाड़ी मिलते रहें।,’’
बलजीत ने पूरे देश से भागीदारी और उसके मिलने वाले अनुभव को अहम बताया।
उन्होंने कहा, “हम आमतौर पर इस स्तर के आयु-वर्ग टूर्नामेंट नहीं देखते। यहां जूनियर खिलाड़ी उसी स्तर की हॉकी खेल रहे हैं, जैसा हॉकी इंडिया लीग में दिखता है, जो कि बड़ी बात है। जब ये खिलाड़ी एचआईएल और दुनिया भर के अन्य टूर्नामेंट्स में जाएंगे, तो उन्हें महसूस होगा कि वे पहले ही दबाव की परिस्थितियों के आदी हो चुके हैं।,’’
भारत के पूर्व कप्तान राजपाल सिंह ने राउंडग्लास की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हर सीजन में स्तर को ऊंचा किया है।
उन्होंने कहा, “यह बहुत अच्छी पहल है। इसका पूरा श्रेय राउंडग्लास को जाता है। उन्होंने हॉकी को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी ली है और पिछले सीजन से इस बार तक स्तर में सुधार का श्रेय उन्हें ही है।’’
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित राजपाल ने इनामी राशि और राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व, दोनों की अहमियत पर भी जोर दिया।
हॉकी इंडिया की मान्यता और लगातार बढ़ती प्रतिष्ठा के साथ, पंजाब हॉकी लीग को अब जूनियर्स के लिए वैश्विक स्तर तक पहुंचने का अहम रास्ता माना जा रहा है।
पंजाब हॉकी लीग 2025 का पहला चरण मंगलवार (9 सितम्बर) को पूरा हुआ, जिसमें मौजूदा चैंपियन राउंडग्लास हॉकी अकादमी 20 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर रही। उसने सातों मैच जीतकर क्लीन स्वीप किया। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, सोनीपत (एसएआई, एनसीओई, सोनीपत) 18 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। लीग का दूसरा चरण 15 सितम्बर से जालंधर में शुरू होगा