
बिहार के राजगीर के हॉकी स्टेडियम मे भारतीय टीम ने रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरिया को 4-1 से मात देकर चौथी बार एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया. इसी के साथ ही मेजबानों ने वर्ल्ड कप का टिकट भी हासिल कर लिया. राजगीर के खूबसूरत स्टेडियम में भारतीय महिला टीम ने पिछले साल एशिया कप का ख़िताब जीता तो साल 2025 के एशिया कप को भारतीय पुरुष टीम ने यादगार बना दिया. 3 बार की चैंपियन भारतीय पुरुष टीम फाइनल में 5 बार की चैंपियन द. कोरिया से टक्कर देने के लिए पूरी तैयारी के साथ टर्फ पर आई. भारत के लिए सुखजीत सिंह (1 मिनट), दिलप्रीत सिंह (29 मिनट), दिलप्रीत सिंह (44 मिनट), अमित रोहिदास (मिनट) ने गोल किए, जबकि द.कोरिया के लिए सोन डाइन (50 मिनट) ने एकमात्र गोल दागा.
राजगीर में जमकर उमड़े हॉकी फ़ैन्स
सुपर-4 में भारत और द.कोरिया का मैच 2-2 से ड्रॉ रहा था. लेकिन भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में कोई मैच नहीं गंवाया. जबकि, दक्षिण कोरिया को ग्रुप मैच में मलेशिया से हार का सामना करना पड़ा. राजगीर में उमस और गर्मी के बीच फ़ैन्स से भरा खचाखच स्टेडियम भारतीय टीम की हौसला अफज़ाई करता रहा.
पैरालिसिस को मात दे चुके सुखजीत ने खोला खाता
कोच क्रेग फुल्टन का इरादा और फॉर्मूला शुरुआत से ही साफ रहा- अटैक. भारत ने मैच के पहले ही मिनट में खाता खोल दिया. कप्तान हरमनप्रीत के पास पर सुखजीत ने रिवर्स हिट के साथ भारत का खाता खोल दिया. पैरालिसिस से वापसी करने वाले पेरिस ओलिंपिक और अर्जुन पुरस्कार विजेता जालंधर के सुखलीज के लिए ये टूर्नामेंट शानदार रहा है.
जुगराज को ग्रीन कार्ड, भारत हाफ टाइम तक 2-0 से आगे
पहले पेनल्टी कॉर्नर का मौका गंवा चुके जुगराज सिंह को दूसरे क्वार्टर में 2 मिनट बाद ही ग्रीन कार्ड की वजह से 2 मिनट का सस्पेंशन मिला और भारत 10 खिलाड़ियों के साथ द.कोरिया का सामना करता रहा. दूसरा क्वार्टर खत्म होने से पहले हरमनप्रीत और संजय के कॉम्बिनेशन ने अमृतसर के दिलप्रीत तक गेंद पहुंचाई और दिलप्रीत ने एंग्यूलर शॉट के साथ भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी.
काउंटर अटैक और गोल
संजय को दूसरे क्वार्टर में मिला ग्रीन कार्ड और सस्पेंशन- मतलब भारत फिर से 10 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर रहा. पहले हाफ में भारत ने द.कोरिया के D में 10 बार सर्किल तोड़कर गोल करने की कोशिश की, जबकि द.कोरिया ने सिर्फ 2 बार. भारतीय टीम हावी तो रही ही काउंटर अटैक से भी कोरियाई टीम को सकते में रखा. तीसरा क्वार्टर खत्म होने से पहले अमृतसर के 25 साल के दिलप्रीत ने भारत को 3-0से बढञत दिलाकर टीम की जीत लगभग तय कर दी. द,कोरिया ने 50वें मिनट में गोल कर गोलों के अंतर को कम किया लेकिन भारतीय जोश को कम नहीं कर सकी. भारत ने 2003, 2007, 2017 के 8 साल बाद चौथी बार ख़िताब जीता वर्ल्ड कप का टिकट अपने नाम कर लिया.