
भास्कर समाचार सेवा
सिकंदराबाद के इतिहास के बिना भारत का इतिहास अधूरा है तथा भारत का सौंदर्य उसकी संस्कृति में निहित है। विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं, धर्मों – मतों, रीति रिवाजों के बावजूद भारत का गौरवशाली स्वर्णिम इतिहास है।ये उदगार शनिवार को राजमहल बैंकट हाल में जे०एस०पी०जी० कॉलेज और स्वामी दयाल भटनागर लॉ काॅलेज के बैनर तले सिकंदराबाद का साहित्यिक एव्ं सांस्कृतिक इतिहास विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार में बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए विख्यात इतिहासकार प्रोo एम०ए० लारी आज़ाद ने व्यक्त किये। उन्होंने सिकंदराबाद की स्थापना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोदी वंश के शासक सिकंदर लोदी अपने जन्म दिवस व राज्याभिषेक दिवस 17 जुलाई 1498 ईo की स्मृति के अवसर पर प्रति वर्ष नये नगरों की स्थापना करता था ।जिसमें सिकंदराबाद का नाम प्रमुख है। सिकंदर लोदी का असली नाम निज़ाम था। उसने निज़ाम नाम से भी कई नगर व ग्राम बसाये। निकटवर्ती ग्राम निज़ामपुर भी सिकंदर लोदी ने बसाया था।
डा० लारी आज़ाद ने कहा कि साहित्य व संस्कृति के क्षेत्र में सिकंद्राबाद ने उल्लेखनीय प्रगति की है। विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक सर शांति स्वरूप भटनागर, मिर्ज़ा ग़ालिब के चहेते शागिर्द मुंशी हरगोपाल तफ़्ता, ऐतिहासिक उपन्यासकार आचार्य चतुर सेन शास्त्री, सिने गीतकार संतोष आनंद, वीर रस के कवि हरिओम पंवार, शाकिर अंसारी, याकूब बदर, डॉ फ़ितरत अंसारी तथा नित्यानंद तुषार सरीखे साहित्यकार यहाँ हुए हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप ज़िला अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि संस्कृतिक व साहित्यिक विरासत समाज को बेहतर दिशा प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार गंगा शरण साहनी ने की तथा संचालन संयोजक डॉ० मौ० फारूक ने किया। कार्यक्रम के आयोजक एवं सचिव नितिन भटनागर ने अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया।
सेमीनार में डॉ० मुजफ्फर हुसैन, डॉ० राज कुमार, राम मोहन वशिष्ठ, सैय्यद ग़ुलाम अस्करी नक़वी, अतुल कुमार गौतम, मौलाना आरिफ क़ासमी, मूसा मुनीर, मनीष दयाल, मक़सूद जालिब, अनुपम शर्मा, जूही, मोनिका तथा इक़बाल खां आदि ने व्याख्यान, शोध पत्र आदि पढ़े।
एम०एस०इण्टर कॉलेज की छात्राओं ने स्वागत गान व गीत का मधुर गायन किया । एन०सी०सी० कैडेट्स ने अतिथियों को सलामी दी। अन्त में सचिव नितिन भटनागर ने सभी का आभार जताया और इस राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार को आयोजित कराने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ० मौ० फारूक और कैप्टन अतुल कुमार गौतम को उप जिलाधिकारी महोदय के कर कमलों से शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में नगर के गणमान्य व बुद्धिजीवी नागरिकों ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को बहुत ही ध्यानपूर्वक सुना।