हिसार : आंधी-तूफान का उत्पात, नहर का तटबंध टूटने से कई एकड़ में भरा पानी

हिसार। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आए आंधी-तूफान ने खूब उत्पात मचाया। मई माह में जिले में इसे चौथे आंधी-तूफान से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गये हैं। कई इलाकाें में बिजली व्यवस्था ठप हाे गई है। आंधी-तूफान के कारण पेड़ गिरने से बालसमंद ब्रांच नहर का तट टूट गई। इससे पानी कई एकड़ क्षेत्र में फैल गया। इस नहर से ही शहर में पेयजल सप्लाई होता है। सूचना पर मेयर प्रवीण पोपली भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण कर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बातचीत की।

शनिवार रात को आए आंधी-तूफान की वजह से पेड़ गिरने के कारण बालसमंद ब्रांच नहर का लगभग 50 फुट चौड़ा किनारा टूट गया। सुबह लोगों ने नहर टूटी देखी तो गणमान्य व्यक्तियों व विभागीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी। सूचना पर मेयर प्रवीण पोपली भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण कर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बातचीत की। इसके बाद जेसीबी की मदद से नहर में गिरे पेड़ों को हटाना शुरू किया गया। आसपास के गांवों के लोगों ने भी अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद की। विभागीय अधिकारियों के अनुसार नहर का किनारा टूटने से लगातार कई एकड़ इलाके में पानी भरना शुरू हाे गया।

जिस क्षेत्र के पास नहर का किनारा टूटा है, यहां से सेक्टर 1-4 करीब सात किमी ही दूर है। लोगों का कहना है कि अगर नहर का पानी जल्द नहीं रोका जाता तो सेक्टरों तक पानी पहुंच सकता है। मेयर प्रवीण पोपली का कहना है शहरवासियों व ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। नहर का किनारा ठीक करने का काम सुबह से जारी है।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे के बाद मौसम में अचानक बदलाव हुआ था और 80 किलोमीटर रफ्तार से तेज हवाएं चली। हवा के साथ करीब एक घंटे तक तेज बारिश से शहर में कई स्थानाें पर पानी भर गया।आदमपुर, हांसी-जींद मार्ग, अग्रोहा, बरवाला, हांसी हिसार आदि जगह पर पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए। अग्रोहा में तेज हवाएं से खिड़कियां के कांच टूट गए। जिले में बिजली के सैकड़ों खंभे टूटने पर बिजली गुल हो गई।

देर रात हवा और वर्षा रुकने के बाद बिजली कर्मचारी ने सप्लाई शुरू करने में लगे रहे। काफी जगह पर रात तक बिजली सप्लाई सुचारू नहीं हो पाई। दिन के समय गर्मी अधिक होने पर अधिकतम तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया था। मगर शाम को हुई वर्षा ने तापमान को नीचे ला दिया। इस आंधी तूफान के संबंध में मौसम वैज्ञानिकों ने रेड अलर्ट जारी किया गया था। पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते हरियाणा में आई इस तेज आंधी और वर्षा के कारण काफी नुकसान हुआ है।

रात को हवाएं तेज होने के कारण वर्षा का पानी लोगों के घर से लेकर दुकान के अंदर तक चला गया। शहर के दिल्ली रोड, ऑटो मार्केट, राजगढ़ रोड, शांति नगर, मिलगेट, डोगरान मोहल्ला, सेक्टर 15, 16-17, 13, पीएलए, कैमरी रोड, पटेल नगर, जवाहर नगर, डिफेंस कालोनी, औद्योगिक क्षेत्र आदि जगह में जलभराव हो गया। इन क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए विभाग के कर्मचारी जुट गए।

हिसार जिले में मई माह में यह चौथा तूफान आया है। इससे पहले 21 मई, 13 मई और 11 मई को तूफान आ चुका हैं। तीन बार आए आंधी-तूफान के कारण जिले में 747 बिजली के खंभे और 66 ट्रांसफॉर्मर गिर गए थे। इससे निगम को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता था। शनिवार रात को आई आंधी-वर्षा से ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। 21 मई को 274 खंभे, 28 ट्रांसफॉर्मर टूट गए थे। 13 मई को 319 खंभे, 20 ट्रांसफॉर्मर और 11 मई को 154 खंभे टूट गए और 18 ट्रांसफॉर्मर खराब हो गए थे।

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