
जिला बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी समिति की बैठक हाल ही में उकलाना में नायब तहसीलदार और अधिवक्ता के बीच हुए विवाद के मुद्दे पर हुई। बैठक में बार के प्रधान संदीप बूरा, सचिव समीर भाटिया उकलाना तहसील के संबंधित अधिवक्ता और हिसार बार के सदस्य दुष्यंत नैन ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में कहा गया कि यह घटना आठ अप्रैल को उकलाना तहसील में हुई जब एक जमीन की रजिस्ट्री को लेकर नायब तहसीलदार और अधिवक्ता दुष्यंत के बीच कहासुनी हो गई। इस दौरान नायब तहसीलदार ने अधिवक्ता के साथ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया और उनके स्टाफ ने अधिवक्ता नैन को धक्का देकर कार्यालय से बाहर निकाल दिया। यह भी आरोप है कि तहसीलदार ने रजिस्ट्री के लिए अधिवक्ता और पक्षकार से पैसों की डिमांड की थी जिसका अधिवक्ता ने विरोध किया और इसे लिखित में देने को कहा। इसके बाद तहसीलदार और उनका स्टाफ झगड़े पर उतारू हो गया। बार के प्रधान संदीप बूरा ने गुरुवार काे बताया कि इस घटना की जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। उन्होंने कहा की वकीलों की सुरक्षा और गरिमा से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा । कार्यकारिणी समिति ने इस मामले की कड़े शब्दों में निंदा की और अधिवक्ता के समर्थन में 11 अप्रैल को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल का फैसला लिया। साथ ही संबंधितअधिवक्ता द्वारा तहसीलदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बार ने चेतावनी दी कि यदि आवश्यक हुआ तो इस कदम को और सख्ती से आगे बढ़ाया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। बैठक में उपप्रधान विकास पूनिया, सचिव समीर भाटिया, सहसचिव सुनील भारद्वाज, कोषाध्यक्ष सुनील सहदेव, अधिवक्ता जगदीश बिश्नोई, सुरेंद्र आनंद, महेंद्र नैन, प्रेमचंद मित्तल, अनेंदर लोरा, प्रदीप बाजिया, बंसीलाल गोदारा, कलम सिंह सहरावत, दिक्षेश जाखड़ व बजरंग इंदल सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।