
चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो रहे हैं। प्रदेश की शक्तिपीठों में नवरात्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंदिर सज गए हैं। कई मंदिर विदेशी फूलों से सजाए हैं। सुरक्षा के लिए होमगार्ड, पुलिस तैनात, ड्रोन, सीसीटीवी से रहेगी नजर रखी जाएगी। नवरात्रों के दौरान अतिरिक्त सफाई कर्मचारी सफाई का जिम्मा संभालेंगे। नवरात्रों में शक्तिपीठों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचेंगे।
चामुंडा नंदिकेश्वर धाम, 4:00 बजे सुबह खुल जाएंगे कपाट
कांगड़ा के श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए सुबह चार बजे से खुलेंगे। मंदिर को दुल्हन की तरह से सजाया गया है। नवरात्रों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए पहुंचेंगे।
बज्रेश्वरी माता मंदिर, 4:30 बजे सुबह श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
कांगड़ा के बज्रेश्वरी माता मंदिर के कपाट सुबह साढ़े चार बजे खुलेंगे। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता प्रबंध किए हैं। बज्रेश्वरी माता मंदिर में नवरात्र के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
ज्वालामुखी माता मंदिर, 4:30 बजे सुबह श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
कांगड़ा के ज्वालामुखी मां मंदिर में सुबह 5 बजे गर्भ गृह के कपाट खोले जाएंगे। सभी शक्तिपीठों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात रहेंगे। ड्रोन से मेले की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
माता चिंतपूर्णी मंदिर, 5:30 बजे सुबह होगी मां की आरती
माता चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट रात को 1:00 बजे दर्शनों के लिए खोल दिए जाएंगे। सुबह 5:30 बजे और रात को 8:00 बजे माता की आरती होगी। इसके साथ ही दोपहर 12:30 बजे भोग भी लगाया जाएगा।
नयनादेवी में सुबह दो बजे से दर्शनों के लिए खुल जाएगा मां का मंदिर
श्री नयना देवी जी में चैत्र नवरात्रों के दौरान मंदिर के कपाट कुल ढाई घंटे के लिए ही बंद रहेंगे। सुबह दो बजे कपाट खुलेंगे। चैत्र नवरात्रों में मंदिर रात 12 से 2 बजे तक, दोपहर को 12 बजे से 12.30 बजे तक बंद रहेगा। रात 12 से 2 बजे के बीच सायंकालीन आरती, शयन आरती, मंगल आरती और प्रातः कालीन श्रृंगार और आरती एक साथ होंगे। इस दौरान चने पुरी, फल दूध एवं मिठाई, मेवे, हलवा और बर्फी का भोग लगाया जाएगा।