
शिमला : बीसीएस स्कूल के तीन छात्रों के अपहरण मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी ने अभिभावकों से फिरौती बिटकॉइन में मांगी थी और फोन पर खुद को भी पीड़ित बताते हुए अपहरण के पीछे किसी गैंग का हाथ होने का दावा किया था। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने वारदात की योजना एक सप्ताह पहले ही बना ली थी। उसने बैग में रस्सी, मास्क, धारदार हथियार और अपने पिता की चोरी की हुई लोडेड रिवॉल्वर रख ली थी।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बीसीएस (बिशप कॉटन स्कूल) के गेट से कुछ दूरी पर घंटों कार में बैठा इंतजार करता रहा और पहचान छिपाने के लिए बाहर नहीं निकला। इसी दौरान उसने कार में रखी बोतल में पेशाब तक किया। बुधवार को पुलिस आरोपी को घटनास्थल पर लेकर गई और करीब 2-3 घंटे तक पूरी वारदात का सीन रिक्रिएशन करवाया। अदालत ने आरोपी सुमित सूद को 13 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। एसएसपी शिमला संजीव कुमार गांधी के अनुसार, मामले की गहनता से जांच जारी है।
अभिभावकों को गुमराह करने की कोशिश
आरोपी ने एक अभिभावक को फोन कर खुद को भी अपहरण का शिकार बताया और कहा कि उसे इस वारदात के लिए मजबूर किया जा रहा है। कॉल रिकॉर्डिंग में वह लगातार खुद को बचाने और मामले को सार्वजनिक न करने की अपील करता रहा, ताकि बच्चों की सुरक्षित वापसी हो सके। बातचीत के दौरान उसने दावा किया कि तीनों छात्र एक साथ अपहरणकर्ताओं के कब्जे में हैं और दूसरे छात्र के पिता का नंबर भी पीड़ित अभिभावक को देकर उनसे संपर्क करने के लिए कहा।
बातचीत के दौरान वह कई बार लोकेशन और जानकारी देने से बचता रहा और गैंग की मौजूदगी का हवाला देता रहा। पुलिस का मानना है कि यह सब अभिभावकों को भ्रमित करने और समय निकालने के लिए किया गया था।