
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। राज्यभर में जगह-जगह भूस्खलन होने से सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं। बिलासपुर जिले में भारी बारिश के बाद शहर की सिनेमा कॉलोनी और मेन मार्केट की सड़कें नालों में तब्दील हो गईं। चेतना चौक, चंपा पार्क और बस अड्डे के पास दुकानों में पानी घुसने से लोगों को भारी नुकसान हुआ। जिले की कई संपर्क सड़कों पर यातायात ठप हो गया है।
समलेटू के पास किरतपुर-मनाली फोरलेन पर भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। ऋषिकेश में बारिश से आए मलबे में एचआरटीसी की बसें फंस गईं। झंडूता में बागछाल पुल के पास फिर से भूस्खलन होने पर प्रशासन ने वाहन चालकों से वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने की अपील की है।
गुरुवार सुबह 10 बजे तक प्रदेश में दो नेशनल हाईवे सहित 566 सड़कें बंद रहीं। इसके अलावा 525 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं और 281 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं। कुल्लू में 155, मंडी में 203, शिमला में 50, कांगड़ा में 46, चंबा में 26 और बिलासपुर में 24 सड़कें अब भी बंद हैं।
मानसून सीजन में अब तक हिमाचल को 4,595 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। 20 जून से 17 सितंबर तक 419 लोगों की मौत हुई है, 479 घायल हुए हैं और 45 लोग अब भी लापता हैं। 182 मौतें सड़क हादसों में हुईं। राज्य में 587 पक्के और 934 कच्चे मकान पूरी तरह ढह गए हैं, जबकि 6,789 से ज्यादा मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। 583 दुकानें और 6,515 गोशालाएं भी प्रभावित हुईं और 2,410 मवेशियों की मौत हो चुकी है।
मौसम विभाग का कहना है कि राज्य के कई हिस्सों में 24 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रह सकता है, हालांकि 19 सितंबर से बारिश में कमी आने की संभावना है। बीती रात नयना देवी में सबसे ज्यादा 140.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा बिलासपुर में 122.8 मिमी, काहू में 92.3 मिमी और नाहन में 80.6 मिमी बारिश हुई।










