हिमाचल पुलिस विभाग का बी-1 टेस्ट तकनीकी खामियों के चलते रद्द

शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग का बी-1 टेस्ट रविवार को तकनीकी खामियों के चलते रद्द कर दिया गया। यह परीक्षा प्रदेशभर में एक साथ आयोजित की जानी थी, लेकिन सॉफ्टवेयर क्रैश होने के कारण परीक्षा शुरू नहीं हो सकी। इस पर विभाग ने तत्काल निर्णय लेते हुए परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया। आईजी एपी एंड टी हेडक्वार्टर व बी-1 टेस्ट के चेयरमैन आईपीएस अधिकारी प्रेम कुमार ठाकुर ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि डीजीपी की मंजूरी के बाद परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया है और नई तारीख जल्द घोषित की जाएगी।

रविवार को आयोजित होने वाले इस टेस्ट के लिए प्रदेशभर में 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। करीब साढ़े चार हजार पुलिस कर्मी इस परीक्षा में शामिल होने पहुंचे थे। लेकिन परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले ही विभागीय सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ियां सामने आ गईं। इससे परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न नहीं हो सकी। कई केंद्रों पर सॉफ्टवेयर लॉगइन ही नहीं हुआ, जबकि कुछ स्थानों पर डेटा अपलोडिंग में समस्या आई। इसके बाद विभाग ने सभी केंद्रों को तत्काल परीक्षा रोकने के निर्देश जारी कर दिए।

इससे पहले भी पुलिस विभाग ने इस परीक्षा की मॉक ड्रिल करवाई थी, जिसमें भी सिस्टम क्रैश होने की समस्या सामने आई थी। इसके बावजूद परीक्षा के लिए वही सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया गया, जो आज दोबारा तकनीकी रूप से फेल हो गया। परीक्षा रद्द होने से हजारों प्रतिभागी निराश दिखे। कई अभ्यर्थियों ने बताया कि वे वर्षों से इस परीक्षा का इंतजार कर रहे थे और लंबे समय की तैयारी के बाद आज परीक्षा देने पहुंचे थे।

दरअसल, हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में करीब आठ वर्षों बाद बी-1 परीक्षा आयोजित की जा रही थी। इस परीक्षा के माध्यम से पुलिस कांस्टेबलों को हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति का अवसर मिलता है। इससे पहले यह परीक्षा 21 सितम्बर को प्रस्तावित थी, लेकिन प्रदेश में भारी बारिश के चलते इसे स्थगित करना पड़ा था। नई तिथि 26 अक्तूबर तय की गई थी, जिसे अब तकनीकी कारणों से फिर से रद्द करना पड़ा है।

पुलिस विभाग के अनुसार बी-1 परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में से 877 कांस्टेबलों को पदोन्नति दी जानी थी। विभाग ने परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक डिजिटल प्रणाली अपनाने का प्रयास किया था, लेकिन तकनीकी विफलता के कारण परीक्षा नहीं हो सकी।

आईजी प्रेम कुमार ठाकुर ने बताया कि परीक्षा को रद्द करने का निर्णय विभागीय समीक्षा और डीजीपी की स्वीकृति के बाद लिया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सॉफ्टवेयर की खामियों को दुरुस्त कर नई परीक्षा तिथि घोषित की जाएगी, ताकि अभ्यर्थियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।

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