
शिमला : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में लंबे इंतजार के बाद अब नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा जल्द हो सकती है। कांग्रेस हाईकमान ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से विस्तृत चर्चा की है। पार्टी के भीतर पिछले कई महीनों से संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर मंथन चल रहा है, लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि नए अध्यक्ष का नाम तय करने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है और कभी भी इसका ऐलान हो सकता है। मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का कार्यकाल बीते मई महीने में पूरा हो चुका है। वह वर्ष 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष बनी थीं और उनकी अगुवाई में पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की थी। प्रतिभा सिंह पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं, जबकि उनका पुत्र विक्रमादित्य सिंह वर्तमान सरकार में मंत्री हैं।
कांग्रेस नेतृत्व दिसंबर में प्रस्तावित पंचायत चुनावों से पहले नए अध्यक्ष की नियुक्ति करना चाहता है। भले ही ये चुनाव पार्टी प्रतीकों पर नहीं लड़े जाते, लेकिन इन्हें राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जाता है। प्रदेश में इन्हें आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मिनी विधानसभा चुनाव की तरह देखा जाता है। ऐसे में संगठन की कमान किसे सौंपी जाए, यह फैसला पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से अहम बन गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में मंत्री और कई विधायक शामिल हैं।
माना जा रहा है कि पार्टी इस बार शिमला संसदीय क्षेत्र से ही किसी नेता को अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे सकती है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि इसी संसदीय क्षेत्र से वर्तमान में सरकार के पांच मंत्री हैं। इनमें शिमला जिला से रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह, सोलन जिला से धनीराम शांडिल और सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान शामिल हैं। इनमें शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। वह जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और राजपूत समुदाय से हैं, जिसकी प्रदेश में सबसे अधिक तादाद है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए हाईकमान किसी संतुलित चेहरे को चुनने के पक्ष में है। अध्यक्ष पद की रेस में अन्य नामों में कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी, रेणुका से विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार तथा ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर शामिल हैं। कुलदीप राठौर पहले भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी अगुवाई में कांग्रेस ने वर्ष 2021 में मंडी लोकसभा सीट समेत तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जीते थे। राठौर भी राजपूत समुदाय से आते हैं।
वहीं, अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले विनोद सुल्तानपुरी और विनय कुमार भी इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। राज्य में राजपूतों के बाद अनुसूचित जाति समुदाय की आबादी सबसे अधिक है, इसलिए पार्टी इस वर्ग से भी किसी को मौका देने पर विचार कर सकती है।
जानकारी अनुसार नए अध्यक्ष की नियुक्ति में मुख्यमंत्री सुक्खू की राय को भी अहमियत दी जाएगी। प्रदेश कांग्रेस की संपूर्ण कार्यकारिणी पिछले वर्ष से भंग है, जिसके चलते संगठनात्मक गतिविधियां ठप हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को नए अध्यक्ष की घोषणा का बेसब्री से इंतजार है। माना जा रहा है कि हाईकमान द्वारा जल्द ही नाम का ऐलान किया जाएगा ताकि पंचायत चुनावों से पहले संगठन को मजबूती दी जा सके और आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को गति मिल सके।