
शिमला। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) में डॉक्टर और मरीज के बीच हुई मारपीट के बाद हालात बिगड़ गए हैं। डॉ. राघव की बर्खास्तगी के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) और हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। शुक्रवार को आईजीएमसी, डीडीयू और केएनएच अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं प्रभावित रहीं, ऑपरेशन स्थगित किए गए और मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारी भी हड़ताल पर गए, जिससे आपातकालीन सेवाओं में बाधा आई। घुमारवीं अस्पताल में हड़ताल के दौरान चालक ने एंबुलेंस की चाबियां अपने पास रख ली, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।
पुलिस ने आईजीएमसी में वार्ड में मौजूद तीमारदारों और मरीजों के बयान दर्ज किए हैं। मामले की जांच में मोबाइल वीडियो और मेडिकल रिपोर्ट को शामिल किया जाएगा।
रेजिडेंट डॉक्टरों की मुख्य मांग है कि डॉ. राघव की बर्खास्तगी रद्द की जाए और अस्पताल परिसर में उत्पन्न हुई सुरक्षा खामियों को दूर किया जाए। इसके अलावा, हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा जाएगा।
आरडीए और मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने कहा कि शनिवार को भी आईजीएमसी, डीडीयू और केएनएच अस्पतालों में ओपीडी बंद रहेगी, लेकिन आपातकालीन और इनडोर मरीजों का इलाज जारी रहेगा। डॉक्टरों ने एकजुटता दिखाते हुए “हम एक हैं” के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।















