
राजकोट : राजकोट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शनिवार को एंटी-हाइजैकिंग मॉकड्रिल आयोजित की गई। इसके तहत आतंकवादियों ने दिल्ली-राजकोट फ्लाइट को हाईजैक कर यात्रियों को बंधक बना लिया था। इसके बाद एंटी-हाइजैकिंग कमेटी ने सफल ऑपरेशन करते हुए बंधकों को छुड़ाया।
मॉक एक्सरसाइज़ के दौरान एयरपोर्ट पर सायरन बजते ही सुरक्षा बलों ने स्थिति को तत्परता से संभाला। फ्लाइट हाईजैक की सूचना मिलते ही एरोड्रोम कमेटी के सभी सदस्य और अधिकारी कुछ ही मिनटों में एयरपोर्ट पहुंच गए। यात्रियों को छुड़ाने के लिए आतंकियों ने एरोड्रोम कमेटी के सामने शर्तें रखीं, जिसमें दो आतंकियों को जेल से रिहा करने, 50 करोड़ रुपये देने और सभी आतंकियों को सुरक्षित उनके देश पहुंचाने की मांग की गई। एरोड्रोम कमेटी और सुरक्षा बलों ने स्थिति पर काबू पाते हुए सफल ऑपरेशन कर आतंकियों को गिरफ्तार किया और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। प्रशासन ने बाद में स्पष्ट किया कि यह पूरी घटना एक मॉकड्रिल थी।
मॉकड्रिल के बाद एरोड्रोम कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें फ्लाइट हाईजैक की स्थिति में तत्काल की जाने वाली कार्रवाई समेत विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्लेन हाईजैकिंग मॉकड्रिल के अंतर्गत एरोड्रोम कमेटी द्वारा यात्रियों की सुरक्षा, संचार व्यवस्था, कानून व्यवस्था बनाए रखना, ब्लड बैंक, डॉक्टरों और अस्पताल की सुविधाएं, फूड पैकेट, फायर फाइटर और एम्बुलेंस जैसी सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई गई थीं। इस बैठक में डीसीपी सज्जन सिंह परमार, एसीपी आर.एस. बारीया और एरोड्रम कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित रहे।