
जोधपुर : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पाकिस्तान की ओर से संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका को लेकर राजस्थान का जोधपुर संभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जोधपुर, बाड़मेर, फलोदी और जैसलमेर जैसे सीमावर्ती जिलों में प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कई अहम फैसले लिए हैं।
शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी, सीमांत जिलों में सन्नाटा
जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और फलोदी के जिला कलेक्टरों ने आदेश जारी कर गुरुवार से सभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों में अगले आदेश तक अवकाश घोषित कर दिया है। यह कदम बच्चों की सुरक्षा और भीड़भाड़ वाले इलाकों से खतरे को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अस्पतालों में हाई अलर्ट, 500 बेड रिजर्व
संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह के निर्देश पर जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल (MDM) में 120 बेड और अन्य सरकारी अस्पतालों को मिलाकर कुल 500 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। ये बेड आपात स्थिति में घायलों या पीड़ितों के उपचार के लिए तैयार किए गए हैं। महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट को विशेष रूप से अलर्ट पर रखा गया है।
चिकित्सा कर्मियों की छुट्टियाँ रद्द, निजी अस्पतालों की भी ली जा रही जानकारी
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. बीएस जोधा ने सभी डॉक्टर्स और स्टाफ की छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेन्द्र सिंह की निगरानी में शहर के निजी अस्पतालों की सेवाओं का आंकलन शुरू कर दिया गया है। किसी भी स्थिति में त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है।
ब्लड बैंकों पर नजर, स्टॉक की हो रही मॉनिटरिंग
आपात स्थिति में ब्लड सप्लाई बाधित न हो, इसके लिए ब्लड बैंकों का स्टॉक चेक किया जा रहा है। संभागीय प्रशासन ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे ब्लड डोनेशन ड्राइव की तैयारियां भी रखें ताकि जरूरत पड़ने पर तेजी से रक्त की व्यवस्था हो सके।
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सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी, आईजी खुद मौके पर
जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार खुद सीमावर्ती जिलों का दौरा कर रहे हैं। पुलिस, होमगार्ड और अर्धसैनिक बलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सभी संवेदनशील स्थानों पर गश्त बढ़ा दी गई है और सीसीटीवी की मदद से निगरानी जारी है।