
भास्कर ब्यूरो
बरेली। त्योहारों के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा ने मोर्चा संभाल लिया है। जुम्मा अलविदा, ईद और नवरात्रि को देखते हुए पूरे जोन में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोन के सभी पुलिस कप्तानों को स्पष्ट निर्देश दिए कि संवेदनशील इलाकों में सतर्कता बढ़ाई जाए और इंडो-नेपाल बॉर्डर पर विशेष निगरानी रखी जाए।
त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था न बिगड़े, इसके लिए एडीजी रमित शर्मा ने हर थाना स्तर पर “त्योहार रजिस्टर” की अनिवार्यता लागू कर दी है। इसके तहत संवेदनशील स्थानों की पहचान कर वहां विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

संवेदनशील इलाकों पर कड़ी निगरानी एडीजी ने स्पष्ट किया कि मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए और आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए ड्रोन कैमरों से निगरानी: संवेदनशील इलाकों, प्रमुख धार्मिक स्थलों और मेले स्थलों पर ड्रोन से निगरानी होगी। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग: अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट वायरल होती है तो तुरंत उसका खंडन किया जाएगा सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए संवाद: थाना स्तर पर अमन समितियों के साथ संवाद किया जाएगा, ताकि किसी भी तरह की गलतफहमी न पनपे।खासकर इंडो-नेपाल बॉर्डर के पास अवैध शराब और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर शिकंजा कसा जाएगा।एडीजी रमित शर्मा की अगुवाई में पूरे जोन में “ऑपरेशन त्रिनेत्र” को और मजबूत किया जा रहा है। इस योजना के तहत अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिन्हें सीधे पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। संवेदनशील जुलूस मार्गों पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी और प्रमुख जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती होगी।
रूफटॉप ड्यूटी: ऊंची इमारतों पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। सादी वर्दी में पुलिसकर्मी: भीड़भाड़ वाले इलाकों में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, जिससे असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।वरिष्ठ अधिकारियों की तत्परता: किसी भी गंभीर घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचेंगे।कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए पुलिस विवेचकों को स्मार्टफोन वितरित किए जा रहे हैं, जिससे वे घटनास्थलों से ही जरूरी अपडेट्स दे सकें और जांच को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।पुलिस बल की नई भर्ती: कुल 7461 नए पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई, जिनका प्रशिक्षण जल्द शुरू होगा।बरेली में 1473, बदायूं में 1219, पीलीभीत में 657, शाहजहांपुर में 1062, संभल में 710, बिजनौर में 1181, अमरोहा में 286, मुरादाबाद में 514, और रामपुर में 359 नए आरक्षियों की तैनाती होगी।
प्रशिक्षण केंद्रों में आवास, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाओं की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।अवैध वाहनों और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ा शिकंजा अवैध टैक्सी स्टैंड हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इंडो-नेपाल बॉर्डर और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़े इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। यातायात नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए जाएंगे, ताकि त्योहारों के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
न्यायालय से जारी समन और वारंट की तामील सुनिश्चित की जाएगी, जिससे अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप से पुलिस महानिरीक्षक बरेली परिक्षेत्र डॉ. राकेश सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक मुरादाबाद परिक्षेत्र मुनिराज जी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली अनुराग आर्य, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूं डॉ. बृजेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक पीलीभीत अविनाश पांडेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद सतपाल अंतिल, पुलिस अधीक्षक रामपुर विद्यासागर मिश्र, पुलिस अधीक्षक अमरोहा अमित कुमार आनंद, पुलिस अधीक्षक संभल कृष्ण कुमार विश्नोई, पुलिस अधीक्षक बिजनौर अभिषेक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एडीजी रमित शर्मा की अगुवाई में पुलिस प्रशासन अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार सतर्कता बरत रहा है। उनकी स्पष्ट और सख्त रणनीति के चलते बरेली जोन में सुरक्षा व्यवस्था में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न फैले, इसके लिए वे खुद निगरानी कर रहे हैं और जिले के हर अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप रहे हैं।