झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा में सोमवार को चौथी बार विश्वास मत जीता।हेमंत सोरेन की इस बड़ी जीत में जहां पक्ष 45 तो वहीं विपक्ष में शून्य वोट डाले गए। सोरेन की इस बड़ी विजय का कारण विश्वास मत के प्रस्ताव पर बहस के बाद मत परीक्षण के समय विपक्ष का वॉकआउट करना है।
वॉकआउट के कारण विपक्ष में शून्य वोट गिरे जिसने एक बार फिर सोरेन को विधान सभा में बहुमत हासिल करने का मौका दिया। हेमंत सोरेन बहुमत से विश्वास पत्र का प्रस्ताव जीतने के बाद सोमवार शाम को ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं।
81 सदस्यीय विधानसभा में अभी कुल 76 सदस्यों की ताकत मौजूद थी, जिसमें बहुमत के लिए मात्र 39 वोट की ज़रुरत थी। जहां एन.डी.ए. के केवल 27 विधायक थे, वहीं सोरेन ने सोमवार को 44 विधायकों को हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र राज्य पाल को सौंपा था। बाल्की, असल में सरकार को 45 मत मिले थे, जिसमें सी विधायकों के एक विधायक का वोट भी शामिल था।