MP के 23 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट, भोपाल-इंदौर में भी गिरेगा पानी


भोपाल : मध्य प्रदेश में इस समय मानसून पूरी तरह सक्रिय है और इसका असर प्रदेश के लगभग हर हिस्से में देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार को जबलपुर और रतलाम समेत कुल 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। अनुमान है कि आने वाले चार से पांच दिनों तक प्रदेश का मौसम इसी तरह बना रहेगा।

मौसम विभाग के अनुसार इस समय प्रदेश में मानसून टर्फ, डिप्रेशन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है। यही कारण है कि कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदेश के निचले हिस्से से होकर एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसके अलावा, उत्तर-पूर्व अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इन दोनों मौसमीय परिस्थितियों के चलते दक्षिण और पश्चिमी जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। इसी वजह से मौसम विभाग ने बुधवार के लिए नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी 25 अगस्त तक जारी रहने की संभावना है।

पश्चिमी मध्यप्रदेश में अति भारी बारिश की आशंका

मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों तक पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई जिलों में अति भारी बारिश की स्थिति बन सकती है। पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में भी इसका असर साफ दिखा। मंगलवार को पूरे दिन बादल छाए रहे। शाम को तेज बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ हालात बना दिए और शहर के कई हिस्से जलमग्न हो गए।

बारिश के मामले में भीमपुर सबसे आगे

पिछले 24 घंटे की बात करें तो बैतूल जिले के भीमपुर में सबसे अधिक 175 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं छिंदवाड़ा के सौसर में 132.5 मिमी पानी गिरा। इसके अलावा कुरई, पांढुर्णा और पुनासा में भी अच्छी खासी बारिश दर्ज की गई। प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश का असर देखा गया। ग्वालियर, उज्जैन, खरगोन, सिवनी, मंडला, दमोह, बैतूल और गुना जैसे जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई।

तापमान में भारी उतार-चढ़ाव

तेज बारिश के बीच तापमान में भी उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया। ग्वालियर में सबसे अधिक 35 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि दतिया में 34.6 डिग्री, नर्मदापुरम में 34.4 डिग्री और छतरपुर में 34.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। जबलपुर का 32.6 डिग्री, भोपाल का 32.2 डिग्री, उज्जैन का 31.5 डिग्री और इंदौर का 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. वहीं खंडवा सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान केवल 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी में तापमान 19.6 डिग्री तक पहुंच गया।

आंधी और बिजली के साथ बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के वैज्ञानिक देवेश सिंह ने चेतावनी दी है कि उज्जैन-महाकालेश्वर, रतलाम-धोलावाड़, झाबुआ, धार-मांडू, इंदौर, बड़वानी-बावनगजा, सागर और दमोह में आंधी और बिजली के साथ भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा अलीराजपुर, आगर, शाजापुर, नरसिंहपुर, खरगोन-महेश्वर, खंडवा-ओंकारेश्वर, देवास, हरदा, बुरहानपुर, रायसेन-सांची-भीमबेटका में मध्यम गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। बालाघाट, पांढुर्णा-पेंच, सिवनी, सीहोर, भोपाल-बैरागढ़, जबलपुर-भेड़ाघाट, मंडला-कान्हा, राजगढ़, डिंडौरी, मंदसौर-गांधीसागर अभयारण्य, नर्मदापुरम-पचमढ़ी, बैतूल, छिंदवाड़ा, अनूपपुर-अमरकंटक, सिंगरौली, सीधी, शहडोल-बाणसागर बांध और उमरिया-बांधवगढ़ में भी हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने का खतरा जताया गया है।

उल्‍लेखनीय है कि मंगलवार को इंदौर में लगातार नौ घंटे तक बारिश होती रही। इस दौरान शहर में ढाई इंच से अधिक पानी गिरा। वहीं भोपाल में शाम के समय तेज बारिश का दौर चला, जिसने शहर के कई हिस्सों को जलमग्न कर दिया। रायसेन और नर्मदापुरम में आधा इंच वर्षा दर्ज की गई।

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