घरेलू शेयर बाजार के लिए आज खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह काफी निराशाजनक रहा। इस सप्ताह सेंसेक्स अभी तक 4,091.53 अंक टूट चुका है। इसी तरह निफ्टी में भी इस सप्ताह 1,180.80 अंक की गिरावट आ चुकी है। जून 2022 के बाद घरेलू शेयर बाजार में पहली बार साप्ताहिक आधार पर इतनी बड़ी गिरावट आई है। शेयर बाजार में आई इस जोरदार गिरावट के कारण निवेशकों को सिर्फ 5 दिन के कारोबार में ही 18.31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। माना जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (यूएस फेड) के रुख में आए बदलाव, विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली, घरेलू निवेशकों द्वारा की जा रही मुनाफा वसूली और डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में आई ऐतिहासिक गिरावट के कारण इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार लगातार दबाव में कारोबार करता रहा।
खुराना सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रवि चंदर खुराना के अनुसार इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार में आई गिरावट की सबसे बड़ी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा की जा रही बिकवाली को माना जा सकता है। इस सप्ताह विदेशी निवेशक अभी तक करीब 12,230 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। सिर्फ गुरुवार के दिन ही उन्होंने 4,224.92 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। इस सप्ताह विदेशी निवेशक जिस तरह से भारतीय स्टॉक मार्केट से पैसा निकाल रहे हैं, उससे अक्टूबर में हुई अंधाधुंध बिकवाली की याद आने लगी है। अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की थी, जिससे बाजार पूरी तरह से दबाव में आ गया था।
खुराना का कहना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली के साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व के रुख में आए बदलाव से भी दुनिया के ज्यादातर स्टॉक मार्केट में निवेशकों का मूड बिगड़ा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 2025 के दौरान मॉनिटरी पॉलिसी में सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है। अमेरिकी बाजार को अगले वर्ष ब्याज दरों में कम से कम 3 से 4 बार कटौती होने की उम्मीद थी, लेकिन फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अपनी कमेंट्री में साफ कर दिया है कि ब्याज दरों में अधिकतम दो बार कटौती की जाएगी। इससे अमेरिकी निवेशकों का मूड बिगड़ा है और उन्होंने दुनिया भर के स्टॉक मार्केट से अपने पैसे की निकासी शुरू कर दी है। इसी कारण भारतीय स्टॉक मार्केट में भी विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली करके अपना पैसा निकल रहे हैं।
इसी तरह धामी सिक्योरिटी के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली के साथ ही घरेलू निवेशक भी इन दिनों जम कर मुनाफा वसूली कर रहे हैं। ग्लोबल मार्केट के संकेतों के कारण स्टॉक मार्केट में लगातार अनिश्चित बनी हुई है। इसलिए निवेशक सावधानी बरतते हुए प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं। धामी का कहना है कि घरेलू शेयर बाजार में अभी भी कई सेगमेंट का वैल्यूएशन ऊपरी स्तर पर बना हुआ है। ऐसे में घरेलू निवेशक, खासकर छोटे और खुदरा निवेशक मुनाफा बुक करने में लगे हुए हैं। इस मुनाफा वसूली के कारण भी इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार पर लगातार दबाव बना रहा।
धामी का मानना है कि डॉलर इंडेक्स में आई जोरदार तेजी और डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में आई ऐतिहासिक गिरावट के कारण भी मार्केट सेंटीमेंट खराब हुए हैं। डॉलर की तुलना में भारतीय मुद्रा की कीमत आज 85.10 रुपये के ऐतिहासिक निचले स्तर तक गिर गई थी। डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में इस साल अभी तक करीब दो प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। इसके साथ व्यापार घाटे में बढ़ोतरी होने के आंकड़े की वजह से भी मार्केट सेंटीमेंट खराब हुआ है, जिसका असर इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार के कारोबार पर साफ-साफ नजर आया।