
हिमाचल प्रदेश में इस समय भीषण गर्मी लोगों की परेशानी का कारण बनी हुई है। राज्य के मैदानी क्षेत्रों से लेकर मध्यवर्ती इलाकों तक तापमान लगातार सामान्य से ऊपर बना हुआ है जिससे लोगों को दिन और रात दोनों समय गर्मी का असर झेलना पड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी ताजा पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले तीन दिनों तक यानी 12 से 14 जून के बीच प्रदेश में लू चलने और तेज गर्मी पड़ने की चेतावनी जारी की गई है। खासकर ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा जैसे मैदानी जिलों में तापमान सामान्य से कई डिग्री ऊपर बना रहेगा और हीट वेव की स्थिति भी पैदा हो सकती है।
लोगों को अधिक धूप में बाहर न निकलने और पानी का अधिक सेवन करने की सलाह दी गई है। वहीं बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत बताई गई है।
हालांकि 15 जून से मौसम के मिजाज में बदलाव की उम्मीद जताई गई है। इस दिन प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के संकेत मिले हैं जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है और भीषण गर्मी से लोगों को कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि इस दिन आसमानी बिजली गिरने की भी आशंका है, जिससे लोगों को खुले स्थानों से बचने की चेतावनी दी गई है।
इसके बाद 16 से 18 जून तक प्रदेश में मौसम सक्रिय रहने की संभावना है। इस दौरान अधिकतर क्षेत्रों में आंधी, तूफान और हल्की बारिश हो सकती है। तेज हवाएं चलने से दिन के तापमान में गिरावट आने की संभावना है और लू की चेतावनी फिलहाल के लिए नहीं दी गई है। बादलों के बरसने से गर्मी का असर कुछ हद तक कम हो सकता है। हालांकि मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि मौसम संबंधी अचानक परिवर्तन हो सकते हैं, इसलिए लोगों को अपडेट लेते रहने की सलाह दी गई है।
इधर, रातों की गर्मी ने भी लोगों को चैन से सोने नहीं दिया है। गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से काफी अधिक दर्ज किया गया है। राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 4.5 डिग्री अधिक रहा। सुंदरनगर में 24.7 डिग्री, मंडी में 26.2 डिग्री और भुंतर में 23.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी अधिक है।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान कुछ कम रहा लेकिन वहां भी स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं है। कल्पा और सराहन में न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि सबसे कम तापमान कुकुमसेरी में 10.6 डिग्री और ताबो में 10.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके विपरीत देहरा गोपीपुर में न्यूनतम तापमान 29 डिग्री और नेरी में 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस बात का संकेत है कि इन क्षेत्रों में रातें भी बेहद गर्म बनी हुई हैं।
प्रदेशभर में न्यूनतम तापमान में औसतन 0.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है जबकि यह सामान्य से औसतन 4.2 डिग्री अधिक रहा है।
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