
महाराष्ट्र के नासिक शहर में एक बहुत ही डरावनी और दुखद घटना हुई. गंगापुर रोड के सहदेव नगर इलाके में रहने वाले सिर्फ तीन साल के छोटे से बच्चे श्रीराज अमोल शिंदे के साथ बड़ा हादसा हो गया. बच्चा अपने घर की पहली मंजिल पर खेल रहा था। खेल-खेल में वह अपने दोस्तों को आवाज देने के लिए बालकनी में गया और रेलिंग पर चढ़ गया.
सीसीटीवी कैमरे में साफ-साफ दिख रहा है कि मासूम बच्चा रेलिंग पर झुककर नीचे देखने लगा और दोस्तों को बुलाने की कोशिश करने लगा. अचानक उसका पैर फिसला और वह सीधे नीचे जमीन पर जा गिरा. गिरते समय उसका सिर जोर से लगा, जिससे उसे बहुत गहरी चोट आई. पड़ोसियों ने बच्चे के गिरने की जोरदार आवाज और रोने की आवाज सुनी तो तुरंत दौड़कर आए. सभी ने मिलकर बच्चे को फौरन उठाया और नासिक के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
आईसीयू में है बच्चा
डॉक्टरों ने बताया कि सिर पर गहरी चोट लगी है, इसलिए बच्चे को आईसीयू में रखा गया है और उसकी हालत पर लगातार निगरानी की जा रही है. अभी बच्चा खतरे से बाहर नहीं है, लेकिन डॉक्टर पूरी कोशिश कर रहे हैं. वहीं सोशल मीडिया यूजर्स इस भयानक वीडियो से हैरान है. जिनका कहना है कि छोटे बच्चों पर हर समय माता-पिता या घर अन्य सदस्यों की निगरानी जरूर होना चाहिए.
3-year-old sustains serious injuries after falling from the terrace/balcony of his home in Maharashtra's Nasik. The incident was caught on a CCTV camera. pic.twitter.com/ARxX0kHEUv
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) November 27, 2025
पश्चिम बंगाल में तीन बच्चों की मौत
इसी तरह एक और बहुत ही दर्दनाक हादसा पश्चिम बंगाल में हुआ. हावड़ा जिले के उलुबेरिया इलाके में सोमवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे स्कूल से घर लौट रही एक कार अचानक रास्ते के किनारे गहरे तालाब में जा गिरी. कार में पांच बच्चे सवार थे. हादसे में तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई. मरने वाले बच्चों के नाम हैं – सात साल की इशिका मोंडल, नौ साल का अरिन डे और ग्यारह साल का सौभिक दास. बाकी दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है. ये दोनों घटनाएं देखकर बहुत दुख होता है और एक बार फिर याद दिलाती हैं कि छोटे बच्चों को कभी भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, खासकर बालकनी, छत या सड़क के पास. माता-पिता और बड़े लोगों को हमेशा बच्चों पर नजर रखनी चाहिए ताकि ऐसा दर्दनाक हादसा दोबारा न हो.















