
पीलीभीत । प्रदेश के तमाम जिलों में शिक्षा और अन्य विभागों में नियुक्ति के दौरान फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जिले में स्वास्थ्य विभाग ने संविदा कर्मचारियों से नियुक्ति पत्र मांग लिए हैं, इसको लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीलीभीत के यहां से जनपद में कार्यरत समस्त संविदा कर्मचारियों से नियुक्ति के प्रपत्र मांगे गए हैं। इसमें कहा यह भी जा रहा है कि कार्यालय से संबंधित प्रपत्र गायब होने की पूरी संभावनाएं हैं, इसके चलते ही अनावश्यक रूप से स्वास्थ्य विभाग संविदा कर्मचारियों को परेशान कर रहा है।
उसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूरनपुर, न्यूरिया, अमरिया, जहानाबाद, ललौड़ी खेड़ा, बरखेड़ा, बीसलपुर और बिलसंडा में तैनात कर्मचारियों से रजिस्ट्रेशन संख्या प्रमाण पत्र की प्रमाणित छाया प्रति, शैक्षिक योग्यता के प्रपत्र, डिग्री डिप्लोमा के साथ आधार और पैन कार्ड भी मांगा गया है।
इतना ही नहीं आदेश में संविदा कर्मचारियों को यह भी बताने का निर्देश है कि उनकी नियुक्ति किस कार्यक्रम के अंतर्गत हुई थी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से आदेश जारी होने के बाद कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है, इसमें कहा जा रहा है कि सीएमओ कार्यालय से संविदा कर्मचारियों के प्रपत्र गायब होने की आशंका है।
आदेश में संविदा कर्मचारियों को प्रपत्र ना जमा करने की दशा में कार्रवाई की हिदायत दी गई है। यह सूचना एक सप्ताह के अंदर जनपद के करीब 700 संविदा कर्मचारियों को कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां जमा करने का फरमान है। फिलहाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आलोक कुमार के इस आदेश से स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
- सीएमओ ने कहा चोर की दाढ़ी में तिनका
जनपद में संविदा कर्मचारियों के नियुक्ति पत्र मांगे जाने के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आलोक कुमार ने बताया कि प्रपत्र जमा करने में किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, तमाम जिलों में फर्जीवाड़े की खबरें आई हैं, हम नए और पुराने अभिलेखों का मिलान करा रहे हैं, जो हड़बड़ होंगे उन्हीं को दिक्कत हो रही होगी।