
Hathras : सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों सियारों का आतंक बढ़ गया है। खेतों में काम करने वाले किसान, मजदूरों से लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। किसान व मजदूरों को खेतों में अकेले काम करने में डर लग रहा है। खेतों पर किसान हाथों में लाठी डंडे लिए स्वयं की रखवाली कर रहे हैं, वहीं गांव की आबादी वाले इलाकों में भी सियार के आने का भय कायम है।
गौरतलब हो कि सहपऊ क्षेत्र के कई गांवो के अलावा सादाबाद क्षेत्र के कस्बा सादाबाद के अलावा गांव नौगांव, गढ़ी हुलासी, ढकरई सहित आसपास के कई गांवों में सियारों के हमलों से ग्रामीण दहशत में हैं। सादाबाद और सहपऊ क्षेत्र अब तक क लोगों पर सियार हमला कर चुके हैं, जिनमें कई घायल हुए हैं। हाल ही में सादाबाद कस्बे में करबन नदी किनारे स्थित गली मौहल्लों में दो सियारों ने हमला बोल दिया था, जिसमें दो बच्चे सहित चार लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा गांव गढी हुलासी में एक युवक पर सियार ने हमला बोलकर उसे घायल कर दिया था। कुछ दिन पूर्व गांव नौगांव, ढकरई आदि में भी सियार ने किसानों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था।
ऐसे में लगातार सियार के आने से घट रही घटनाओं से क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है। गांव गांव किसान अब खेतों पर लाठी डंडे व टॉर्च साथ लेकर पहुंच रहे हैं, जिससे कि सियार आने पर उससे अपना बचाव किया जा सके, क्यों सियार खेतों से होकर अचानक हमला बोल रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सियार रात के समय गलियों और खेतों में घूमते रहते हैं और अकेले दिखाई देने वाले लोगों पर झपट पड़ते हैं। स्थिति यह है कि लोग रात्रि में घरों से निकलने से डरने लगे हैं। गांवों में भय का माहौल बना हुआ है। ऐसे में अपनी सुरक्षा के लिए ग्रामीण रातभर डंडे लेकर चौकीदारी कर रहे हैं। कई गांवों में समूह बनाकर लोग पहरा दे रहे हैं। पिछले दिनों कस्बा सादाबाद में लोगों ने एक सियार को मार गिराया, लेकिन उसके बाद भी खतरा टला नहीं है। ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि सियारों को पकड़ने के लिए वन विभाग तत्काल कार्रवाई करे, ताकि गांवों में व्याप्त दहशत समाप्त हो सके।
पारूल गर्ग, वन क्षेत्राधिकारी, सादाबाद ने कहा कि सियार को लेकर अभी तक कोई पुष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन फिर भी वह गांव मेें टीम को भेजकर इसकी जांच कराएंगी।










