Hathras : झोलाछापों का कहर, स्वास्थ्य विभाग की ढिलाई ने बढ़ाया खतरा

Hathras : झोलाछापों पर स्वास्थ्य विभाग का कोई अंकुश नहीं है। इसकी मुख्य वजह यह है कि विभाग ने काफी समय से छापेमारी नहीं की है। झोलाछाप और फर्जी डिग्रियां दिखाकर खुद को डॉक्टर बताने वाले कथित डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। अक्सर झोलाछापों के इलाज से मरीजों की मौत हो जाती है, फिर भी विभाग अपना रवैया नहीं बदलता।

झोलाछापों के पास तो कोई वैध डिग्री ही नहीं होती। कुछ के पास बाहर के प्रदेशों की डिग्रियां हैं, लेकिन वे वैध हैं या नहीं इसकी जांच विभागीय अधिकारी करते ही नहीं। कुछ के पास यूनानी डिग्री है, कुछ के पास आयुर्वेद की, और कुछ होम्योपैथी की डिग्रियां रखते हैं, लेकिन इन सबमें से कई लोग एलोपैथी की प्रैक्टिस करते हैं, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।

लंबे समय से छापेमारी अभियान न चलने के कारण जगह-जगह कथित डॉक्टर पनप गए हैं।
सीएमओ हाथरस का कहना है कि विभाग ने झोलाछापों पर कार्रवाई के लिए नोडल अधिकारी को जिम्मेदारी दे रखी है। झोलाछापों को नोटिस भेजे जाते हैं। जल्द ही विभाग अभियान चलाकर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।

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