
हाथरस। जिले में छात्राओं के यौन शोषण के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने एवं मामले में लापरवाही बरतने और मामले को छुपाने के लिए बागला महाविद्यालय की प्रबंध समिति एवं प्राचार्य को निलंबित करने हेतु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हाथरस जिले के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी न्यायिक को ज्ञापन सौंपा।
विभाग संगठन मंत्री दिव्यांशु पचौरी ने कहा कि छात्राओं के यौन शोषण के मामले आरोपी प्रोफेसर ही नहीं, बल्कि महाविद्यालय की प्रबंध समिति, प्राचार्य और अन्य शिक्षक भी जिम्मेदार हैं। महाविद्यालय प्रशासन और प्रबंध समिति का यह दायित्व होता है कि वे संस्थान में एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें। यदि किसी छात्रा ने पहले से शिकायत की थी लेकिन प्रशासन ने उस पर ध्यान नहीं दिया और उसे गंभीरता से नहीं लिया। कई बार शिकायत होने के बावजूद आरोपी प्रोफेसर को महाविद्यालय का चीफ प्रॉक्टर बनाया क्यों?
प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सुहाना खान ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने पुलिस के मुकदमा दर्ज करने के बाद शिक्षक को निलंबित किया, उससे पहले नहीं। यह दर्शाता है कि प्रबंध समिति और प्राचार्य आरोपी शिक्षक को बचाने का प्रयास कर रहे थे। इसलिए, केवल आरोपी शिक्षक ही नहीं, बल्कि कॉलेज प्रशासन और प्रबंध समिति भी जिम्मेदार है। इनके खिलाफ भी जांच हो, और उचित कार्यवाही की जाए। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक के लिए इनको अविलंब निलंबित करने की मांग की।
इस दौरान क्षेत्रीय सोशल मीडिया संयोजक विकास शर्मा, प्रांत सह छात्रा प्रमुख जयललिता कुशवाहा, विभाग छात्रा प्रमुख निशा निषाद, विभाग सह संयोजक भूपेंद्र सिंह, जिला संयोजक अर्पित वर्मा, नगर मंत्री आकाश शर्मा, गौरव रावत, सुहाना, तान्या, गोपाल, शिवा गौतम, अमन पाण्डेय, शुभम पाल, इंद्र सैनी, चंद्रशेखर, कान्हा दीक्षित, रोहित अग्रवाल, आदित्य रावत, सूरज चौहान, हर्ष गोयल, वाशु वार्ष्णेय, चंचल, शिल्पी शर्मा आदि मौजूद रहे।