हरियाणा में होगा बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, डीजीपी शत्रुजीत कपूर छुट्टी पर, ओपी सिंह बन सकते हैं नए डीजीपी

नई दिल्ली/ चंडीगढ़। हरियाणा में एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल के संकेत मिले हैं। राज्य के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हस्तक्षेप किया है। सूत्रों के मुताबिक, डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को छुट्टी पर भेजने का निर्णय लिया गया है, जबकि ओपी सिंह को कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने की संभावना है।

आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में कई वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना और जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया था। इन अधिकारियों में डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और एसपी नरेंद्र बिजारनिया भी शामिल हैं।

यह कदम उस शिकायत के बाद सामने आया है जो वाई पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार ने बुधवार को चंडीगढ़ में दर्ज कराई. लिखित शिकायत में उन्होंने डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत सिंह कपूर और एसपी रोहतक नरेंद्र बिजारनिया पर अपने पति को मानसिक प्रताड़ना देने, जातिगत भेदभाव करने और आत्महत्या के लिए उकसाने के गंभीर आरोप लगाए।
मामले में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने डीजीपी कपूर से मुलाकात की और बाद में दिवंगत आईपीएस अधिकारी की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया है और जांच को पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की बात कही है।
अमनीत पी कुमार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में चार प्रमुख मांगें रखी हैं।- एक, आत्महत्या नोट और शिकायत में नामजद सभी व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए। दो, सभी आरोपियों को तुरंत निलंबित और गिरफ्तार किया जाए। तीन, परिवार को स्थायी सुरक्षा कवर प्रदान किया जाए। चार, परिवार की गरिमा और अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जाए।
सूत्रों के मुताबिक, रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को भी छुट्टी पर भेजा जा सकता है। मामले में आगे की जांच जारी है और मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कार्रवाई की जा रही है।

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