
चंडीगढ़ : हरियाणा के राजकीय संस्कृति मॉडल और पीएमश्री स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्ति स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर की जाएगी। शिक्षा निदेशक ने हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) की उस मांग को खारिज कर दिया है जिसमें टीचर ट्रांसफर पॉलिसी मेरिट प्वाइंट के आधार पर नियुक्ति करने की मांग की जा रही थी।
स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु के नेतृत्व में गुरुवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा निदेशक जितेंद्र दहिया से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान कई मांगों पर सहमति बनी तो कई मांगों को शिक्षा निदेशक से सिरे से नकार दिया। बैठक के दौरान सहमति बनी कि यदि स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बाद योग्य शिक्षक शॉर्टलिस्ट हो जाता है तो उसे तैनाती ड्राइव में भाग लेना अनिवार्य नहीं होगा। यह ऐच्छिक होगा और शिक्षक पर निर्भर करेगा कि उसे भाग लेना है या नहीं।
इसके साथ ही तैनाती ड्राइव में भाग लेने के बाद च्वाइस के तौर पर भरे गए विद्यालयों में से यदि कोई विद्यालय नहीं मिलता है तो अध्यापकों एनीव्हेयर श्रेणी में शामिल नहीं किया जाएगा। जीएमएस और पीएमएस में कार्यरत अध्यापक जिसका कार्यकाल उक्त विद्यालय में 3 साल से कम हुआ है और वह तैनाती ड्राइव में में भाग लेने का इच्छुक है तो उस अध्यापक को एनीव्हेयर श्रेणी में शामिल किया जाएगा। राज्य प्रधान सतपाल सिंधु ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल की मांग पर सेंटा के द्वारा विगत में लिए गए टेस्ट को क्वालीफाई किए हुए प्रत्येक अध्यापक को योग्य मानने के लिए संबंधित अध्यापकों की संख्या के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
एनसीसी एएनओ को स्क्रीनिंग प्रोसेस में भाग लेना होगा अन्यथा वे उक्त विद्यालय में अधिकतम पांच रह सकेंगे। स्क्रीनिंग प्रोसेस शुरू होने से पहले वास्तविक रिक्तियों की सूची जारी की जाएगी। प्रशासनिक अंक में बीएड और नो-बीएड को वेटिड आधार पर अंक दिए जाएंगे। पीजीटी कंप्यूटर साइंस की केवल बी.टेक योग्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा।
स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही आरोही विद्यालय में कार्यरत अध्यापक को तैनाती ड्राइव में भाग लेने का अवसर दिया जाएगा। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र जिला प्रधान डॉ.तरसेम कौशिक, करनाल जिला प्रधान डॉ. रमेश भूरा, अम्बाला जिला प्रधान मोहन राणा, बंसीलाल सहित प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मौजूद रहे।