
हल्द्वानी : त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को उत्तराखंड में 2027 के विधानसभा चुनावों के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। इसे लेकर सत्ता पक्ष बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों ही दलों के बड़े नेता प्रचार में जुटे हैं। इस बीच उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पहाड़ी आर्मी के प्रमुख हरीश रावत ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है।
हरीश रावत ने कहा कि यदि डबल इंजन सरकार ने वास्तव में विकास किया होता, तो आज नेताओं को फौज लेकर गांव-गांव प्रचार करने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल कर चुनाव को प्रभावित करने में लगी हैं। इससे मतदाताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है।
उन्होंने कहा, “भाजपा पिछले 9 वर्षों से विकास की बात कर रही है, लेकिन हालात ये हैं कि पंचायत चुनावों में जनता अभी भी बुनियादी समस्याओं से जूझ रही है। यदि सच्चा विकास हुआ होता तो भरतपुर, नैनवालपुर और बचीनगर जैसे गांवों में नेताओं को ग्रामीणों के विरोध का सामना न करना पड़ता। ये दर्शाता है कि जनता अब जागरूक हो चुकी है।”
रावत ने यह भी आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव की आड़ में गांवों के युवाओं को नशे की ओर धकेला जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा पनप रहा है। उन्होंने कहा कि “बीजेपी नेताओं द्वारा डर का माहौल बनाया जा रहा है, खासकर रामणी आनसिंह जिला पंचायत सीट जैसे क्षेत्रों में जनता का आक्रोश साफ नजर आ रहा है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “यदि सरकार ने ईमानदारी से विकास किया होता, तो जनता नेताओं को खुद बुलाती और विकास के नाम पर वोट देती। लेकिन आज पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव जैसा बना दिया गया है, जिससे गांवों का शांतिपूर्ण माहौल खराब हो रहा है।”