हरिद्वार। चारधाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में आने वाले तीर्थयात्रियों की सीमित संख्या निर्धारित किए जाने पर पर्यटन व्यवसायियों ने आक्रोश व्यक्त किया। पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के प्रदेश संरक्षक संजय चोपड़ा की अध्यक्षता में रोड़ी बेलवाला स्थित पंचपुरी ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यालय पर बैठक आयोजित की। उन्होंने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को ज्ञापन भेजा।
ईमेल से भेजे गए पांच सूत्रीय ज्ञापन में हेलीकॉप्टर बुकिंग रेलवे की तर्ज पर किए जाने, यात्रियों की संख्या लगाए गए प्रतिबंध को हटाने, पुराने मॉडल की सवारी गाड़ियों की चारधाम यात्रा में अनुमति दिए जाने, सवारी गाड़ियों की फिटनेस निजी कंपनियों की बजाय सरकारी स्तर पर कराए जाने तथा ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग आयोग का गठन किए जाने की मांगें शामिल हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए संजय चोपड़ा ने कहा कि सरकार को जल्दबाजी में ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग पर नए नियम लागू करने से पूर्व परिवहन व पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों से चर्चा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के प्राचीन स्थलों, मठ मंदिरों में डेस्टिनेशन वेडिंग करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। वहीं उत्तराखंड शासन के अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं।
उन्होंने कहा कि परिवहन व पर्यटन उद्योग की पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शीघ्र ही एक बड़ी आम सभा का आयोजन कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। उत्तराखंड टूर एंड ट्रेवल्स एसो. के अध्यक्ष उमेश पालीवाल ने कहा कि उत्तराखंड में ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग के माध्यम से लाखों परिवारों की आजीविका संचालित होती है।
ऐसे में जल्दबाजी में नियम कानून लागू किया जाना अन्यायपूर्ण प्रतीत होता है। आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पर प्रतिबंधित किए जाने के तुगलकी फरमान को यदि शासन द्वारा वापस नहीं लिया गया तो शीघ्र ही चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किए जाएंगे। बैठक में सुनील कुमार जायसवाल, प्रधान सोम चौहान, बबलू ठाकुर, सरदार इकबाल सिंह, शम्मी खुराना, विवेक चौहान, अनिल कश्यप आदि मौजूद रहे।