
देहरादून : घरेलू शेयर बाजार में आज शुरुआती कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। दिन की शुरुआत बढ़त के साथ हुई, लेकिन बाजार खुलते ही लिवाली और बिकवाली के बीच खींचतान शुरू हो गई। नतीजतन सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों में लगातार ऊपर-नीचे की चाल देखने को मिल रही है।
सुबह 10 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, टाटा स्टील, डॉ. रेड्डीज लेबोरेट्रीज, सिप्ला, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज शेयर 0.56% से 2.69% तक की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। वहीं टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन कंपनी और एक्सिस बैंक के शेयरों में 0.30% से 1.36% तक की गिरावट दर्ज की गई।
कुल 2,097 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग देखी गई, जिनमें से 1,222 शेयर हरे निशान में और 875 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। सेंसेक्स के 30 में से 13 शेयरों में लिवाली, जबकि 13 शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। निफ्टी के 50 शेयरों में से 29 बढ़त और 21 गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए।
बीएसई का सेंसेक्स आज 126.34 अंकों की बढ़त के साथ 81,900 के स्तर पर खुला, लेकिन बिकवाली के दबाव के चलते जल्दी ही 81,742.68 तक फिसल गया। इसके बाद लिवाली बढ़ने से सूचकांक 82,009.32 तक पहुंचा, लेकिन यह तेजी ज्यादा देर टिक नहीं सकी और सूचकांक फिर नीचे आ गया। सुबह 10 बजे तक सेंसेक्स 20.81 अंकों की हल्की गिरावट के साथ 81,752.85 पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह, निफ्टी ने 28.15 अंकों की बढ़त के साथ 25,074.30 पर शुरुआत की, जो जल्द ही गिरकर 25,032.25 तक पहुंच गया। फिर लिवाली के सहारे निफ्टी ने 25,120.35 का स्तर छुआ, लेकिन बाद में दोबारा बिकवाली हावी हो गई। सुबह 10 बजे तक निफ्टी 8.75 अंकों की कमजोरी के साथ 25,037.40 पर ट्रेड कर रहा था।
पिछले कारोबारी दिन बुधवार को सेंसेक्स 153.09 अंक (0.19%) की गिरावट के साथ 81,773.66 पर और निफ्टी 62.15 अंक (0.25%) की गिरावट के साथ 25,046.15 पर बंद हुआ था।
हरिद्वार कुंभ 2027 में तकनीकी क्रांति का संगम
हरिद्वार में 2027 में होने वाले कुंभ मेले को इस बार डिजिटल स्वरूप देने की तैयारी की जा रही है। आईटीडीए (ITDA) ने “डिजिटल कुंभ” की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है, जिसके लिए 45 करोड़ रुपये का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है।
कुंभ को छह प्रमुख डिजिटल श्रेणियों में विभाजित किया गया है —
- डिजिटल प्लेटफॉर्म व सिटीजन सर्विसेज:
- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना
- कुंभ 2027 की वेबसाइट और मोबाइल ऐप
- एआई चैटबॉट से श्रद्धालुओं के सवालों के जवाब
- डिजिटल “लॉस्ट एंड फाउंड” पोर्टल
- ई-पास और डिजिटल आईडी प्रणाली
- सफाई व टेंट की रियल-टाइम मॉनिटरिंग
- प्लानिंग व जियोस्पेशियल मैपिंग:
- प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंफोर्मेशन सिस्टम
- ड्रोन आधारित 10 किमी बफर जोन की मैपिंग
- ट्रैफिक, घाटों, स्वच्छता की जीआईएस लेयर
- एआई कैमरा और सीसीटीवी की जियो टैगिंग
- डिजिटल ट्विन प्लेटफॉर्म और यूटिलिटी मैपिंग
- क्राउड मैनेजमेंट व सुरक्षा:
- ब्लूटूथ आधारित भीड़ निगरानी तंत्र
- संवेदनशील क्षेत्रों की जियो-फेंसिंग
- हीटमैप आधारित भीड़ प्रवाह डैशबोर्ड
- सेंसर आधारित स्मार्ट पार्किंग और सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर
- श्रद्धालु सुविधा श्रेणी:
- सूचना कियोस्क और क्यूआर कोड साइनेज
- शाही स्नान व अखाड़ों की विजुअल जानकारी
- डिजिटल कुंभ एक्सपीरियंस सेंटर, रोबोटिक्स और म्यूजियम
- पर्यावरणीय निगरानी:
- गंगा घाटों पर पानी की गुणवत्ता के सेंसर
- स्मार्ट वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम
- सार्वजनिक वाईफाई जोन और दूरसंचार इंफ्रास्ट्रक्चर
- आपदा न्यूनीकरण:
- बाढ़ और आग से बचाव की तैयारी
- स्वास्थ्य व स्वच्छता निगरानी
- जोखिम मूल्यांकन और त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली
नितेश झा, सचिव, आईटी विभाग, उत्तराखंड सरकार ने बताया कि “डिजिटल कुंभ” में अत्याधुनिक तकनीक से भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम अनुभव मिल सके।