
हरिद्वार : बच्चों के खिलौनों और चूर्ण पैकेटों के साथ दिए जाने वाले बनावटी नोट नए विवाद का कारण बन गए हैं। इन नोटों पर ‘मनोरंजन बैंक’ का चिह्न अंकित है और सबसे विवादास्पद बात यह है कि इन पर महात्मा गांधी की तस्वीर छपी हुई है। सामाजिक संगठनों ने इसे राष्ट्रीय भावनाओं के खिलाफ बताते हुए कड़ा विरोध जताया है।
हरिद्वार के कमल भदोरिया, चेतन भदोरिया और राव मुजीब खान ने अपने अधिवक्ता अरुण भदोरिया के माध्यम से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र भेजा है। पत्र में मांग की गई है कि 30 दिनों के भीतर उत्तराखंड और देश के अन्य राज्यों में इन नोटों की छपाई और वितरण पर तत्काल रोक लगाई जाए।

पत्र में कहा गया है कि रुपये 10, 20, 50, 100 और 500 के बनावटी नोट असली नोटो से काफी मिलते-जुलते हैं, जो न केवल बच्चों को असली और नकली नोट में अंतर समझने में भ्रमित कर सकता है और महात्मा गांधी जैसी महान विभूति की गरिमा को चोट पहुंचाकर देशवासियों की भावना को आघात पहुंचा रहा है।