
Hardoi : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विजयदशमी पर्व के अवसर पर रविवार को बिलग्राम नगर में भव्य पथ संचलन का आयोजन किया। नगर में निकले इस अनुशासित और विशाल संचलन ने समाज को संगठन, एकता और राष्ट्रप्रेम का सशक्त संदेश दिया।कार्यक्रम का शुभारंभ नगर के बाबा मंशानाथ इंटर कॉलेज परिसर से हुआ, जहां पहले नियमित शाखा लगी।
शाखा के बाद नगर प्रचारक व अन्य द्वारा दिशा-निर्देश दिए गए और विधिवत रूप से पथ संचलन का प्रारंभ हुआ। ढोल-नगाड़ों की धुन और देशभक्ति गीतों के बीच स्वयंसेवक गणवेश में कदमताल करते हुए आगे बढ़े। संघ के सैकड़ों स्वयंसेवक अनुशासनबद्ध पंक्तियों में नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए निकले। मुख्य चौराहा से सदर बाजार होते हुए पीपल चौराहा और अन्य क्षेत्रों में नागरिकों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। समाजसेविका दीपा विश्वास व रेनू मिश्रा ने अन्य महिलाओं के साथ मिलकर पुष्पवर्षा करते हुए संघ को समाज का सच्चा हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि संघ समाज में सेवा, संगठन और राष्ट्रहित के लिए निरंतर कार्य कर रहा है।
पथ संचलन के दौरान स्वयंसेवक गीत गाते, झंडा लिए आगे बढ़ते रहे। उनके अनुशासन और ऊर्जा को देखकर नगरवासी अभिभूत हो उठे। कई जगह लोग अपने घरों की छतों से पुष्पवर्षा कर रहे थे। संघ की इस यात्रा ने नगर में देशभक्ति और एकता का माहौल बना दिया।कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रभारी निरीक्षक अरविंद राय अपने पूरे दलबल के साथ मार्ग के आगे से पीछे तक सक्रिय रूप से मौजूद रहे। पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर तैनाती कर सुरक्षा को पुख्ता बनाए रखा। कोतवाली प्रभारी स्वयं संचलन के साथ चलते हुए व्यवस्था संभालते रहे ताकि आयोजन शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हो।जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 1925 में डॉ. हेडगेवार जी द्वारा स्थापित किया गया था और अब अपने 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में देशभर में शताब्दी वर्ष मना रहा है।
इसी कड़ी में बिलग्राम नगर में यह पथ संचलन आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य समाज को संगठन, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम की दिशा में प्रेरित करना था। कार्यक्रम के समापन पर लोगों ने उत्साहपूर्वक नारे लगाए और संघ के इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे राष्ट्रहित में ऐतिहासिक बताया।