
- 537 में 22 आंगनबाड़ी कार्यकत्री का चयन निरस्त, जांच में खुला लगाए गए झूठे प्रमाण पत्र
- पुनः विज्ञापन आमंत्रित कर होगी चयन प्रक्रिया – सीडीओ
हरदोई। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्य करने वाली कार्यकत्री की चयन प्रक्रिया में झूठे आय, निवास एवं दिव्यांग प्रमाण पत्रों के दम पर सरकार व जिला प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर नौकरी पाने की मंशा रखने वाली 20 महिलाओं का जांच उपरांत चयन निरस्त किया गया है।
वहीं, इस नियुक्ति में झूठे प्रमाण पत्र बनाने के मामले में डीएम एमपी सिंह द्वारा 16 लेखपाल निलंबन भी विभाग सहित प्रदेश में चर्चा का विषय रहा। दो कार्यकर्त्रियों का चयन पहले ही निरस्त कर अब 22 पदों पर नए सिरे से चयन होगा, साथ ही कई अन्य आंगनबाड़ी पर जांच अभी हो रही है।
सीडीओ सौम्या गुरुरानी ने बताया कि चयनित महिलाओं का अभ्यर्थन निरस्त कर पुनः नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ को लेकर बैठक भी हुई है। श्रीमती गुरुरानी ने कहा विभिन्न ब्लॉक में 549 आंगनबाड़ी रिक्त पद के सापेक्ष 537 पर नियुक्ति होनी थी।
चयन प्रक्रिया में झूठे आय, जाति व निवास प्रमाण पत्रों से चयनित की जानकारी पर जब जांच की गई तब 21 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र निरस्त किए गए। झूठे प्रमाण पत्र द्वारा चयनित 19 आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों और 40 प्रतिशत से कम विकलांगता के बाद भी प्रमाण पत्र पर चयनित कार्यकर्त्री सहित 20 अभ्यर्थियों का चयन निरस्त किया गया है। कहा कि इससे एक दिन पहले भी दो कार्यकर्त्रियों का चयन निरस्त हुआ है।
इस प्रकार कुल 22 आंगनबाड़ी पद पर नए सिरे से चयन होगा। सीडीओ ने डीपीओ मनोज कुमार को निर्देश दिये हैं कि कार्यकर्त्री के सभी रिक्त पद पर विज्ञापन आमंत्रित कर नए सिरे से चयन प्रक्रिया आरंभ करें। डीएम श्री सिंह ने कड़े शब्दों में कहा है कि चयन प्रक्रिया में अन्य जो भी दोषी हैं वह कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।