हरदोई: वंदन योजना में लापरवाही और भ्रष्टाचार का खुलासा, बिल्डिंग ध्वस्त होने से जनता में नाराजगी

हरदोई: बिलग्राम नगर स्थित बाबा मंशानाथ मंदिर परिसर में वंदन योजना के तहत नगर पालिका द्वारा निर्मित बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया गया है। लाखों की लागत से बनी यह इमारत मानकहीन निकली। ठेकेदार पर कार्रवाई की चर्चा तो तेज है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या उसे बलि का बकरा बनाकर नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार स्वयं को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, इस निर्माण कार्य का भुगतान विभाग से दो बार हुआ। यदि पहली बार ही निर्माण गलत था, तो दूसरी बार भुगतान किस आधार पर हुआ? यह गंभीर सवाल सीधे तौर पर ईओ, जेई और प्रोजेक्ट मैनेजर की भूमिका को कटघरे में खड़ा करता है। निर्माण की तकनीकी जांच और निगरानी उन्हीं की जिम्मेदारी थी, साथ ही भुगतान की स्वीकृति भी उन्हीं के अधीन आती थी। ऐसे में जिम्मेदारी केवल ठेकेदार तक सीमित रखना जनता को गले नहीं उतर रहा।

ध्वस्त हुई बिल्डिंग ने तकनीकी निगरानी की पोल खोल दी है। जानकारों का कहना है कि यह केवल लापरवाही नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार की खुली मिसाल है। दो-दो बार भुगतान होने के बावजूद इमारत का जमींदोज होना अफसरों की संलिप्तता की ओर साफ इशारा करता है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जनता का पैसा मलबे में मिल गया, और अफसर अब भी मजे में हैं। लोगों का आरोप है कि असली जिम्मेदार वही अधिकारी हैं जिन्होंने आंखें मूंदकर भुगतान पास किया। नागरिकों ने मांग की है कि ईओ और जेई के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, तभी जनता का विश्वास योजनाओं पर कायम रह सकेगा।

लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार की मंशा विकास की है, लेकिन भ्रष्टाचार और अफसरशाही की लापरवाही से योजनाओं की साख पर बट्टा लग रहा है। उन्होंने साफ कहा कि केवल ठेकेदार ही नहीं, बल्कि पालिका अफसरों की जवाबदेही भी तय करनी होगी।

इस बाबत जिलाधिकारी हरदोई ने मामले को गंभीरता से लिया है और पूरे प्रकरण में यदि अधिकारियों की भूमिका दोषपूर्ण पाई गई तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।

पूरे मामले पर पालिका प्रशासन के ईओ नीलाब साल्या ने कुछ भी बोलने से गुरेज किया है।

ये भी पढ़ें: बहराइच: खुटेहना की सहकारी समिति बदहाल, मरम्मत की मांग

बहराइच: सड़क की उपेक्षा से सड़क हादसों का खतरा, ग्रामीणों ने प्रशासन से की शिकायत

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें