
- टीडीएस, इनकम टैक्स, विधायक व सांसद निधि के रिकार्ड भी देखे
Hardoi : जिला ग्राम्य विकास अभिकरण में आई आयकर विभाग की टीम से चर्चा सभी ओर रही।
परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण अशोक कुमार मौर्य ने बताया आयकर विभाग की टीम रिटायर्ड जेई मनोज शर्मा के आयकर कटौती में हुई चूक के चलते जांच करने के लिए आई थी। 2022-23 में 15 लाख 59 हजार 761 रुपये निकला, उसका टीडीएस दो लाख 67 हजार बनता था, पर उन्होंने 1.80 हजार रुपये ही जमा किए। उसमें का बकाया 87 हजार रुपये ही 2023-24 में जमा किया था। इस मामले की जांच चल रही थी, प्रकरण माननीय न्यायालय में भी विचाराधीन है, उसके निर्देश पर ही जांच की जा रही है।
आयकर विभाग की टीम अपने साथ ग्राम्य विकास अभिकरण विभाग के कर्मचारियों के वेतन अभिलेख ले गई। विभागीय जिम्मेदारों के अनुसार आयकर विभाग को अंदेशा था कि मनोज शर्मा के वेतन की तरह ही अन्य कर्मचारियों के वेतन व देयकों से कटाैती में कमियां मिल सकती हैं। ऐसे में विभागीय टीम ने 2018-19 से अब तक के जारी किए गए वेतन व आयकर कटौती के सभी अभिलेख अपने साथ ले गए। परियोजना निदेशक ने बताया आयकर विभाग की टीम ने बीते छह माह में जमा किए गए आयकर की सघनता से जांच की, जिससे वो संतुष्ट नजर आए।
सांसद विधायक विकास निधि के अभिलेख भी देखे।
आयकर विभाग की टीम ने विधायक एवं सांसद विकास निधि से करवाए जाने वाले विकास कार्यों की फाइलें भी देखी। कार्यदाई संस्था को नामित करने के बारे में पूछा। बताया गया जिलाधिकारी ही कार्यदाई संस्थाओं को लिस्टेड करते हैं। उन संस्थाओं में से सांसद व विधायक संस्था का चयन कर उसकी संस्तुति करते हैं। आयकर विभाग ने इससे संबंधित अभिलेख मांगे, फाइलों और सांसद जयप्रकाश व विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू के पत्रों व प्रस्तावों को देखने के बाद ही आयकर विभाग की टीम ने अपनी पड़ताल दूसरे बिंदुओं पर आरंभ की।












