केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के शहरी विकास को नीतिगत आधार देने का काम किया है। मोदी सरकार ने 10 साल में दिल्ली में 68 हजार करोड़ रुपये के आधारभूत संरचना के काम किये हैं।
अमित शाह नई दिल्ली में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास ‘सुषमा भवन’ और एडवांस पशु केयर सेंटर का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। छात्रावास का नाम पूर्व विदेश मंत्री एवं भाजपा नेत्री सुषमा स्वराज के नाम पर रखा गाय है। इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि सुषमा स्वराज को हमेशा भाजपा के महान नेताओं में से एक के रूप में याद किया जाएगा। भारत के संसदीय राजनीति के इतिहास में वे उन नेताओं में से एक हैं जो एनडीए-1 और एनडीए-2 दोनों सरकारों में महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री रहीं। इस देश का लोकतांत्रिक इतिहास सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री या स्वास्थ्य मंत्री के रूप में नहीं जानेगा, बल्कि उन्हें एक संघर्ष करने वाली विपक्ष की नेत्री के रूप में याद रखेगा।
उन्होंने कहा कि यह सुषमा जी ही थीं जिन्होंने संसद में यूपीए-2 के 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले को संसद भवन में उजागर किया था। वह एक उदाहरण हैं कि एक विपक्ष का नेता कैसा होना चाहिए। मैं चाहूंगा कि सभी विपक्ष के नेता उनके काम का अध्ययन करें और उनके जैसे ही दिशा में काम करना शुरू करें। उन्होंने कहा, “विपक्ष के नेता का पद लोकतंत्र में कितना महत्वपूर्ण होता है, इसका जब उदाहरण दिया जाएगा तब सुषमा जी को जरूर याद किया जाएगा।”
शाह ने एनडीएमसी क्षेत्र में तमाम विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद से नरेन्द्र मोदी ने देश के शहरी विकास को नीतिगत आधार देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यह भवन प्रधानमंत्री के अर्बन डेवलपमेंड का उदाहरण है। शाह ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधाते हुए कहा कि जो लोग हिसाब नहीं देना चाहते और हिसाब मांगने की आदत है। उन्हें बताना चाहता हूं कि मोदी सरकार ने पिछले 10 साल में दिल्ली में 68 हजार करोड़ रुपये के आधारभूत संरचना के काम किये हैं। सड़क निर्माण पर 41 हजार करोड़ रुपये, रेलवे के काम 15 हजार करोड़, 12 हजार करोड़ रुपये के एयरपोर्ट और उसके आसपास की सेवाओं पर खर्च किये। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे अब सिर्फ 45 मिनट में पहुंच सकते हैं। आठ हजार करोड़ रुपये खर्च हुए। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे 24 घंटे की यात्रा को 12 घंटे में बदलने के लिए हाई स्पीड कोरिडोर बनाया जा रहा है। द्वारका एक्सप्रेस-वे 7500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है। ईस्टर्न पेरिफेरल वे 11 हजार करोड़ की लगात से बन रहा है। 500 दिन में पूरा हुआ। पीएम उदय के तहत 1731 कालोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरु कर 40 लाख गरीबों को मालिकाना हक देने का काम किया। झुग्गीवासियों के लिए फ्लैट, प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना में 29 हजार मकान बनाए हैं। इन-सीटू स्लम में 356 करोड़ से तीन हजार ईडब्लूएस फ्लैट बनाए।