
हमीरपुर : कोटा बैराज सहित माताटीला व लहचूरा डैम से छोड़ा गया 3.60 लाख क्यूसेक पानी का असर अब मुख्यालय स्थित यमुना और बेतवा नदियों में दिखने लगा है। यमुना व बेतवा नदियों का जलस्तर 102 मीटर के पार चला गया है। बुधवार की सुबह इन तीनों बांधों से 3.91 लाख क्यूसेक पानी फिर पास किया गया है। इतना पानी आने से यमुना व बेतवा नदियां खतरे का निशान पार कर सकती हैं। जिले में बाढ़ के हालात नजर आने लगे हैं।
सोमवार को सुबह सात बजे कोटा बैराज से 2.93 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया था, जबकि माताटीला बांध से 97 हजार क्यूसेक व लहचूरा डैम से 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद माताटीला व लहचूरा बांध का पानी आने से दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ते हुए 101 मीटर के पार चला गया। बुधवार को 36 घंटे बीत जाने पर कोटा बैराज का पानी मुख्यालय स्थित यमुना नदी में दिखने लगा है। बुधवार शाम छह बजे यमुना नदी 102.200 मीटर व बेतवा नदी 101.620 मीटर पर बह रही हैं। जबकि यमुना नदी का खतरे का जलस्तर 103.630 मीटर व बेतवा नदी का खतरे का जलस्तर 104.540 मीटर है।
मौदहा बांध के सहायक अभियंता सर्वजीत वर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह 8 बजे कोटा बैराज से चंबल नदी में 0.19 लाख क्यूसेक, माताटीला बांध से बेतवा नदी में 3.10 लाख क्यूसेक व लहचूरा डैम से धसान नदी में 0.62 लाख क्यूसेक पानी फिर से छोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में धौलपुर में चंबल नदी अपने खतरे के जलस्तर से 8.410 मीटर ऊपर प्रवाहित हो रही है, जबकि औरैया व कालपी में यमुना नदी क्रमशः 0.350 मीटर व 0.660 मीटर नीचे बह रही है। उन्होंने धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना जताई है।
बताया कि वर्तमान में यमुना नदी के जलस्तर में औसतन 2 सेमी प्रति घंटे की वृद्धि हो रही है। उन्होंने 24 से 36 घंटे में जनपद में यमुना व बेतवा नदियों के 104.500 मीटर के समीप पहुंचने की संभावना जताई है। उन्होंने लोगों से दोनों नदियों के तटीय इलाकों से दूर रहने की अपील की है।
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