
- महिला मैनेजर का आरोप: नौकरी छोड़कर चली जाऊं, डीपीओ इसलिए कर रहे प्रताड़ित
- डीपीओ ने कहा: जांच से बचने के लिए महिला मैनेजर ने रचा पूरा खेल
Hamirpur : वन स्टॉप सेंटर इन दिनों आरोप–प्रत्यारोप का अखाड़ा बना हुआ है। इसके मुख्य किरदार जिला प्रोबेशन अधिकारी राजीव कुमार सिंह और महिला मैनेजर मोनिका गुप्ता हैं। दोनों की बयानबाजी से ऐसा प्रतीत होता है कि मामला काफी पुराना है, लेकिन हकीकत क्या है यह जांच का विषय है।
शुक्रवार को एकाएक वन स्टॉप सेंटर की महिला मैनेजर का रोते हुए वीडियो वायरल होने लगा, जिसमें वे अपनी परेशानियों को बयां करती दिख रही हैं। 

महिला मैनेजर अपने अधिकारी डीपीओ द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात फूट-फूटकर रोते हुए कह रही हैं। 1 मिनट 23 सेकंड के वीडियो में महिला मैनेजर ने जिला प्रोबेशन अधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने गोली मारने की धमकी और नौकरी छोड़ने के लिए उन्हें हर तरह से प्रताड़ित करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 से उनका काम बेहद अच्छा चल रहा था, लेकिन जनवरी महीने से उन्हें ज्यादा ही परेशान किया जाने लगा। इसके पीछे स्टॉप के कुछ लोगों का नाम लिया गया है। आरोप है कि यह सब इसलिए किया जा रहा है कि वे नौकरी छोड़ दें और अन्य कर्मियों में से किसी एक को सेंटर का मैनेजर बना दिया जाए।

डीपीओ की सफाई-
महिला कर्मी के आरोपों के बाद जब जिला प्रोबेशन अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने इस मामले पर सफाई पेश की। डीपीओ ने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप बिल्कुल निराधार हैं। उन्होंने बताया कि महिला के ऊपर एक जांच चल रही है। कुछ समय पहले सेंटर के वॉशरूम में एक महिला ने फांसी लगाने का प्रयास किया था। महिला मैनेजर अपने ही स्टॉप के साथ पहले अभद्र भाषा का प्रयोग कर चुकी हैं, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। मामलों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था। जांच से बचने और दबाव बनाने के लिए वह घड़ियाली आंसू बहाकर दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं। अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारियों की जांच में क्या खुलासा होगा।











 
    
    