हमीरपुर : 68 किमी लंबी चन्द्रावल नदी का होगा कायाकल्प, प्रभारी मंत्री ने पूजन करा किया शुभारंभ

​मौदहा, हमीरपुर। जनपद की जीवनदायिनी और पौराणिक महत्व वाली चन्द्रावल नदी को नया जीवन देने की शुरुआत हो चुकी है। बुधवार को प्रभारी मंत्री रामकेश निषाद ने पूजन कराकर विधिविधान से मिशन जलोदय’ के तहत पुनरोद्धार कार्य का शंखनाद कर दिया है।

हमीरपुर के मौदहा स्थित ग्राम पंचायत पढ़ौरी में महत्वाकांक्षी परियोजना के शुभारंभ कार्यक्रम में बताया कि हमीरपुर जिले में 68 किलोमीटर का सफर तय करने वाली चन्द्रावल नदी कभी आस्था का प्रमुख केंद्र थी, जो आज विलुप्त होने की कगार पर है। सरकार का संकल्प है कि ऐसी ऐतिहासिक और पौराणिक नदियों को पुनर्जीवित किया जाए। उन्होंने बुंदेलखंड की नदियों और तालाबों के ऐतिहासिक महत्व पर जोर देते हुए इन्हें पर्यटन से जोड़ने की आवश्यकता भी जताई।

क्रिटिकल श्रेणी से बाहर आए चार विकास खंड

जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने मिशन जलोदय की उपलब्धियां साझा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के आह्वान पर एक जनपद-एक नदी के तर्ज पर चन्द्रावल का चयन किया गया है। पिछले एक साल में जनपद में 5000 से अधिक खेत तालाब खोदे गए हैं। नए जियोलॉजिकल डेटा के अनुसार, जनपद के भूगर्भ जल स्तर में उत्साहजनक वृद्धि हुई है, जिसके कारण चार विकास खंड अब ‘क्रिटिकल श्रेणी’ से बाहर आ चुके हैं। जल संरक्षण के इन प्रयासों से क्षेत्र में फसलों के उत्पादन में भी भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

जनभागीदारी से सफल होगा अभियान

अभियान पूरी तरह जन भागीदारी पर आधारित है, जिसमें प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय उद्यमी, खनन पट्टाधारक, स्वयंसेवी संगठन और ग्राम पंचायतें सहयोग कर रही हैं।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष जयन्ती राजपूत, सदर विधायक डॉ. मनोज कुमार प्रजापति, भाजपा जिलाध्यक्ष शकुन्तला निषाद, मुख्य विकास अधिकारी अरूण कुमार सिंह, डीसी मनरेगा राघवेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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