हमास ने माना ट्रंप का ‘गाजा पीस प्लान’, रिहा करेगा सभी इजरायली बंधक, एग्जिट के लिए भी तैयार

Trump Gaza Peace Plan : हमास की अंधेरी जेल में बंद इजरायली बंदकों को शायद दो साल बाद सुबह का सूरज देखना और खुली हवा में सांस लेना नसीब हो, अगर ऐसा हुआ तो इसका श्रेय ट्रंप को जाएगा। ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास ने उनकी सारी बड़ी शर्तें मानने के लिए तैयार हो गया है।

इनमें गाजा से सभी इजरायली बंदकों को छोड़ना भी शामिल है। इसके बाद मन में एक ही सवाल उठता है कि क्या अब इजरायल और हमास के बीच का झगड़ा खत्म हो जाएगा? क्योंकि दुनिया भर के देश इस बात पर नजर लगाए हुए हैं कि पिछले दो साल से जारी लड़ाई कब खत्म होगी।

ट्रंप के ‘गाजा प्लान’ पर हमास की सहमति

ट्रंप के गाजा शांति योजना को लेकर हमास ने सकारात्मक रुख दिखाया है। इस फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि गाजा में लड़ाई जल्दी खत्म हो सकती है। फिलिस्तीनी लड़ाकों ने शुक्रवार को कहा था कि वह ट्रंप की इस योजना के तहत सभी इजरायली बंदकों को छोड़ने को तैयार हैं, चाहे वे जिंदा हों या मर चुके हों।

क्या है ट्रंप का 20 बातें वाला ‘गाजा प्लान’?

  • हमास-इजरायिल के बीच शांति समझौते के 72 घंटे के अंदर सभी बंदकों की रिहाई करनी होगी, चाहे वे जिंदा हों या मर चुके हों।
  • इसके बदले में, इजरायल को भी सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को जेल से छोड़ना पड़ेगा।
  • अगर सीजफायर लागू होता है, तो इजरायल को अपने सैनिक गाजा से धीरे-धीरे हटाने होंगे।
  • गाजा से इजरायल पर रॉकेट और दूसरे हमले रोकने होंगे।
  • सुरक्षा के लिए गाजा में एक बहुराष्ट्रीय फोर्स तैनात की जाएगी, जिसमें अरब देशों, अमेरिका और NATO देशों का भी हिस्सा होगा।
  • अंतरराष्ट्रीय निगरानी में हमास और दूसरे उग्रवादी संगठन अपने हथियार खत्म करेंगे।
  • जो सदस्य शांति से अपने हथियार बंद करने को तैयार होंगे, उन्हें माफी मिलेगी।
  • गाजा छोड़ना चाहने वाले सदस्यों को सुरक्षित रास्ते से ले जाया जाएगा, जैसे जॉर्डन, मिस्र, कतर या ईरान।

हमास अब गाजा की सरकार नहीं चलाएगा

हमास ने कहा है कि वह ट्रंप की योजना पर तुरंत मध्यस्थों के साथ बात करने के लिए तैयार है। अगर बात बन गई, तो बंदकों की वापसी का यह बड़ा कदम साबित होगा। हमास ने यह भी कहा है कि वह गाजा के प्रशासन को एक स्वतंत्र निकाय को सौंपने को तैयार है, जिसमें फलीस्तीन के तकनीकविद शामिल होंगे। पहले गाजा का प्रशासन हमास ही चला रहा था।

सभी इजरायली बंदरगाह अब गाजा से होंगे छोड़ दिए जाएंगे

हमास ने यह कदम ट्रंप की लगातार कोशिशों और दिए गए धमकी के कारण उठाया है। ट्रंप ने साफ कहा था कि अगर हमास तय समय तक इजरायल के साथ शांति समझौता नहीं करता, तो गाजा में बड़ा कहर बरसेगा। उन्होंने यह भी कहा था कि यह आखिरी मौका है, जब हमास इजरायल के साथ अच्छे से समझौता कर सकता है। अगर वह नहीं माना, तो परिणाम बहुत बुरा होगा।

हमास ने ट्रंप का धन्यवाद किया

इजरायल-गाजा के झगड़े को खत्म करने की ट्रंप की कोशिशों में अहम भूमिका निभाने के लिए हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति का सार्वजनिक रूप से धन्यवाद भी किया है। बता दें कि ट्रंप ने हमेंशा कहा था कि गाजा में शांति जरूरी है। ट्रंप की ये कोशिशें अब सफल होती दिख रही हैं। अब दोनों, यानी हमास और इजरायल, को भी ट्रंप की बात माननी पड़ेगी।

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