
पूरनपुर,पीलीभीत। पीलीभीत जिले के पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्रों में मौसम ने अचानक करवट ली। तेज आंधी, मूसलधार बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया। गेहूं की फसल कटाई के अंतिम चरण में थी, लेकिन ओलों की मार से खड़ी फसल बिछ गई और कटी हुई फसल भीगकर खराब हो गई।
भारी नुकसान, खेतों में भरा पानी
ओले इतने बड़े और तेज थे कि गेहूं की बालियों से दाने झड़ गए। खेतों में पानी भर जाने से फसल सड़ने का खतरा और बढ़ गया है। किसानों का कहना है कि इस प्राकृतिक आपदा ने उनकी आजीविका को संकट में डाल दिया है।
भूसे का भी संकट, अगली फसलें भी प्रभावित
किसान नेता बलजिंदर सिंह ने बताया कि तेज आंधी से गेहूं की नरई उड़ गई, जिससे पशुओं के लिए भूसा भी नहीं बन पाएगा। साथ ही, आगामी फसलें जैसे मक्का, मूंग और उर्द की बुवाई में भी देरी होगी, जिससे नुकसान और बढ़ सकता है।
किसान बोले — ‘हमारे लिए ये सिर्फ फसल नहीं, जिन्दगी’
किसान गुरविंदर सिंह ने कहा, “हमने दिन-रात मेहनत करके ये फसल उगाई थी। अब सब बर्बाद हो गया। खेतों में पानी ही पानी है, बालियां ज़मीन पर बिछ गई हैं। हमारे लिए ये सिर्फ फसल नहीं, जीवन था। सरकार से बस इतनी उम्मीद है कि हमारी हालत को समझे और तुरंत मदद दे।”
मुआवजे की मांग
किसानों ने प्रशासन से फौरन सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है, ताकि वे अगली फसल की तैयारी कर सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए राहत कार्यों के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओलावृष्टि, बारिश और तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि वे स्वयं क्षेत्रों का निरीक्षण करें, प्रभावित किसानों से मिलें और फसल क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजें, ताकि समयबद्ध सहायता सुनिश्चित की जा सके।