
Lucknow : जीएसटी में की गई दर कटौतियों का सीधा असर बाजार पर दिखाई देने लगा है। रोज़मर्रा की उपयोगी वस्तुओं को 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की श्रेणी से निकालकर 5 प्रतिशत के स्लैब में लाया गया है। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और बाजार में खरीदारी की रफ्तार बढ़ेगी।
पहले कर ढांचा जटिल और असमान था लेकिन अब एक राष्ट्र,एक टैक्स, व्यवस्था ने कारोबारियों के लिए पारदर्शी माहौल तैयार किया है। छोटे दुकानदार से लेकर बड़े व्यापारी तक सभी को समान अवसर प्राप्त हो रहे हैं। जीएसटी को लेकर ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने यह उद्गार व्यक्त किये।
जीएसटी बचत उत्सव एवं स्वच्छता कर्मियों के सम्मान कार्यक्रम में उन्होंने स्वच्छता कर्मियों का सम्मान किया और सभी से स्वच्छता अभियान में सहयोग करने की अपील की। जीएसटी को लेकर ऊर्जा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्माण क्षेत्र को विशेष लाभ दिया गया है। सीमेंट की दर 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दी गई है, जिससे मकान बनाने और अवसंरचना विकास की लागत में कमी आएगी। इसी तरह ऑटो पार्ट्स और कई प्रकार के वाहन अब 18 प्रतिशत की श्रेणी में आ गए हैं जिससे ऑटोमोबाइल उद्योग को मजबूती मिलेगी।
33 जीवनरक्षक पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा जबकि 3 अन्य दवाओं पर कर शून्य कर दिया गया है। कई चिकित्सा उपकरण और डिवाइस भी 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिए गए हैं। कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी पर कर को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया है।
उन्होंने इसे उद्योग जगत के लिए एक गेम चेंजर बताया। व्यापारी न केवल अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं बल्कि समाज के विकास का भी आधार हैं और उनकी सुरक्षा तथा प्रगति के लिए सरकार लगातार प्रयासरत रहेगी।
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