झाँसी में दादी का इश्क़! घर छोड़कर 40 वर्षीय महिला प्रेमी संग फरार

झाँसी। मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके को हैरान कर दिया है। दो बच्चों की दादी, उम्र महज़ 40 साल, अपने परिवार और रिश्तों को ठुकराकर 35 वर्षीय प्रेमी संग फरार हो गई। इस घटना ने न सिर्फ़ घर-परिवार बल्कि पूरे गांव को सकते में डाल दिया है।

मामला कहाँ का है?

यह मामला मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम स्यावरी का है। यहां के निवासी कामता प्रसाद आदिवासी का परिवार बेहद साधारण और मेहनतकश है। परिवार में दो बेटे, दो बहुएँ और छोटे-छोटे पोते हैं। लेकिन इस परिवार की खुशियों को उस वक्त तगड़ा झटका लगा, जब कामता प्रसाद की पत्नी सुखवती (40 वर्ष) अचानक घर छोड़कर अपने प्रेमी संग भाग गई।

प्रेम कहानी की शुरुआत

करीब ढाई साल पहले सुखवती मजदूरी करने के लिए भिंड जिले के ईंट भट्टों पर गई थी। वहीं उसकी मुलाक़ात राठ तहसील के बिहुनी गांव निवासी अमर सिंह प्रजापति (35 वर्ष) से हुई। धीरे-धीरे बातचीत दोस्ती में बदली और दोस्ती इश्क़ में। पति कामता प्रसाद को जब पत्नी की नज़दीकियों का आभास हुआ तो उसने उसे घर वापस बुला लिया।

लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। सुखवती और अमर सिंह के बीच चोरी-छिपे मोबाइल पर बातचीत जारी रही। घर-परिवार, बच्चों और समाज की परवाह किए बिना यह रिश्ता और गहराता गया।

फरारी की पूरी दास्तां

कुछ दिन पहले कामता प्रसाद अपने बेटे का इलाज कराने झाँसी आया हुआ था। इसी बीच सुखवती ने मौका पाकर घर में रखे गहने और नगदी उठाई और अपने प्रेमी अमर सिंह के साथ फरार हो गई। जब कामता वापस घर आया तो पत्नी और गहनों का पता न चला।

अब पूरा परिवार सदमे में है। बहुएँ और छोटे-छोटे पोते इस घटना से गहरे आघात में हैं। जिस घर की नींव सुखवती ने कभी संभाली थी, उसी को छोड़कर अपने इश्क़ की राह पकड़ ली।

पीड़ित पति की गुहार

पत्नी के फरार होने के बाद टूटे हुए कामता प्रसाद ने पुलिस थाने पहुंचकर तहरीर दी। उनकी तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पीड़ित पति कामता प्रसाद ने कहा, “मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी पत्नी ऐसा कदम उठाएगी। हमने मिलकर मेहनत-मजदूरी करके परिवार पाला। घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं, बहुएँ हैं, लेकिन उसने इन सबकी परवाह नहीं की। इलाज कराने गया था बेटे का, लौटकर आया तो सब लुट गया। अब हम पुलिस से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।”

सवालों के घेरे में दादी का इश्क़

गांव में इस घटना की खूब चर्चा हो रही है। लोग दबी ज़ुबान कह रहे हैं कि उम्र और रिश्तों की मर्यादा को ताक पर रखकर सुखवती ने ऐसा कदम उठाया है, जिससे पूरा परिवार बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है।

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