राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 2 जून से 6 जून तक तीन जिलों का करेंगी दौरा, महिलाओं व बच्चों से होगा सीधा संवाद

लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 2 जून से 6 जून 2025 तक प्रदेश के तीन जिलों- हरदोई, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत के दौरे पर रहेंगी। यह दौरा मुख्य रूप से जनकल्याणकारी कार्यक्रमों, आंगनवाड़ी किट वितरण, रेड क्रॉस बैठकों, जिला प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद और स्थानीय विकास कार्यों के निरीक्षण पर केंद्रित रहेगा।

दौरे की शुरुआत 2 जून को सुबह 8:45 बजे लखनऊ स्थित राजभवन से कार द्वारा ला-मार्टिनियर कॉलेज ग्राउंड हेलीपैड के लिए रवाना होकर होगी, जहाँ से राज्यपाल स्टेट हेलीकॉप्टर द्वारा हरदोई के लिए उड़ान भरेंगी। हरदोई में आगमन के बाद सबसे पहले जिला जेल का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद वह शाहजहांपुर रोड स्थित स्टेट्स क्लब के लिए रवाना होंगी और वहां आयोजित आंगनवाड़ी किट वितरण और अन्य जनकल्याण कार्यक्रमों में भाग लेंगी।

दिन के मध्य में राज्यपाल विवेकानंद सभागार में जिला अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी, जिसके पश्चात रेड क्रॉस के प्रतिनिधियों से भेंट का भी कार्यक्रम निर्धारित है। दोपहर का भोजन PWD गेस्ट हाउस में लिया जाएगा, जिसके बाद वह हरदोई से हेलीकॉप्टर द्वारा पाली एयरस्ट्रिप, लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होंगी। खीरी में आगमन के पश्चात राज्यपाल दुधवा नेशनल पार्क के गेस्ट हाउस पहुंचेंगी, जहाँ संध्या समय जंगल सफारी का आयोजन होगा। रात का विश्राम दुधवा गेस्ट हाउस में ही किया जाएगा।

3 जून को राज्यपाल थारू हस्तशिल्प केंद्र बरेला के लिए रवाना होंगी और वहां के स्थानीय उत्पादों की बिक्री व उत्पादन प्रक्रिया का निरीक्षण करेंगी। इसके बाद वह पास के कॉम्पोजिट स्कूल बरेला जाएंगी, जहां पुनः आंगनवाड़ी किट वितरण व अन्य योजनाओं में भाग लेंगी। दोपहर में वह वापस दुधवा गेस्ट हाउस लौटेंगी, जहाँ दोपहर 12 बजे से जिला अधिकारियों के साथ बैठक, फिर रेड क्रॉस से संवाद और लंच का कार्यक्रम रहेगा। रात्रि विश्राम पुनः दुधवा नेशनल पार्क में ही होगा।

4 जून को राज्यपाल सुबह पीलीभीत के लिए रवाना होंगी और PWD गेस्ट हाउस पहुंचने के बाद वहां कुछ समय विश्राम करेंगी। इसके बाद वह जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारियों से मिलेंगी और प्रशासनिक योजनाओं की समीक्षा करेंगी। दौरे का अंतिम कार्यक्रम रेड क्रॉस के प्रतिनिधियों से मुलाकात के साथ निर्धारित किया गया है।

इस पूरे दौरे के माध्यम से राज्यपाल महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य सेवाओं, स्थानीय हस्तशिल्प, और प्राकृतिक पर्यटन जैसे विविध क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उनका यह दौरा न केवल योजनाओं की समीक्षा हेतु महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक प्रेरणास्रोत भी है कि कैसे प्रशासनिक नेतृत्व सीधे तौर पर ग्रामीण विकास, सेवा वितरण और जनभागीदारी को प्राथमिकता दे सकता है।

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