भारत सरकार ने इंडिया नाम बदल कर सिर्फ ‘भारत’ करने पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया

नई दिल्ली। श्री नमह ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करते हुए इंडिया नाम बदल कर भारत करने की मांग की थी। इस पर भारत सरकार ने अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया है। यह विषय भारत सरकार (कार्य आवंटन) नियम, 1961 के अनुसार गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में है। इसलिए विधि एवं न्याय मंत्रालय, विधायी विभाग ने कहा है कि इसमें उसकी भूमिका नीतिगत निर्णयों के आधार पर कानून बनाने तक सीमित है। चूंकि नाम बदलने का यह प्रस्ताव एक नीतिगत मामला है, इसलिए इसकी जांच और आवश्यक कार्रवाई की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है।

याचिका के पीछे तर्क यह है कि देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान ‘भारत’ से है। इसलिए संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने यह भी कहा है कि ‘इंडिया’ नाम से देश की औपनिवेशिक पहचान है, जबकि ‘भारत’ नाम देश की प्राचीन सभ्यता और लोकाचार का परिचायक है। इस याचिका में संविधान सभा के ऐतिहासिक विमर्शों का भी उल्लेख किया गया है, जिनमें सिर्फ ‘भारत’ नाम उपयोग करने की बात थी जबकि दोनों नाम बरकरार रखे गए थे। इसमें हाल में आयोजित जी20 के आधिकारिक आमंत्रण का भी उल्लेख किया गया है जिसमें ‘भारत की राष्ट्रपति’ का संदर्भ है। यह औपचारिक आयोजनों में भारत नाम अपनाए जाने की सरकार की मंशा दर्शाती है। याचिकाकर्ता ने सरकार से संवैधानिक संशोधन कर सिर्फ भारत नाम को औपचारिक मान्यता प्रदान करने की अपील की है।

याचिका में यह भी कहा गया है कि देश के नागरिकों को संविधान के अनुच्छेद 21 के अनुसार इस राष्ट्र को भारत नाम से पहचानने का मौलिक अधिकार है। इस संबंध में साल 2020 में जारी सुप्रीम कोर्ट के पिछले निर्देश पर कोई कदम नहीं उठाए जाने की आलोचना की गई है, जिसमें सरकार से इस मामले की समीक्षा करने कहा गया था। लेकिन जब बार-बार अभ्यावेदन और आरटीआई के माध्यम से अनुरोध किए जाने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो दिल्ली उच्च न्यायालय के अधीन कानून के दायरे में रह कर यह चुनौती दी गई।

इस संबंध में अग्रिम विचार के लिए सभी जरूरी दस्तावेज़ और पत्राचार गृह मंत्रालय को भेज दिए गए हैं। सरकार ने विधिवत प्रक्रिया और संवैधानिक सिद्धांतों के अनुसार ठोस निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।
नमह का परिचय – नमह नई दिल्ली स्थित एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो समुदाय में बड़े बदलाव के लिए कृतसंकल्प हैं। सामाजिक कार्यों के लिए प्रतिबद्ध नमह का पूरा प्रयास एक बेहतर समाज बनाना है।

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