
देहरादून : उत्तराखंड सरकार प्रदेश में धर्मांतरण के मामलों को रोकने के लिए लगातार कदम उठा रही है और इस कानून को और अधिक प्रभावशाली बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है। इसी संदर्भ में उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शहदाब सम्स ने सरकार की कार्रवाई को समर्थन देते हुए कहा कि देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां लोगों का लालच या दबाव के माध्यम से धर्मांतरण कराया गया।
उन्होंने कहा कि जब किसी व्यक्ति का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है, तो केवल वह व्यक्ति ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार, समुदाय और समाज आहत होता है। इस पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार जो पहल कर रही है, वह सराहनीय और प्रभावी सिद्ध हो रही है।
शहदाब सम्स ने यह भी कहा कि जो लोग इस अवैध गतिविधि में लिप्त हैं, उन पर सरकार की ओर से कड़ी कार्रवाई की जा रही है, जिससे कोई भी बेसहारा या भोला व्यक्ति इन ढोंगियों के झांसे में न आए।
उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) का जिक्र करते हुए कहा कि यह भी इसी दिशा में उठाया गया एक अहम कदम है, जिससे समाज में चल रहे भेदभाव और धर्म आधारित खेलों पर रोक लगेगी।
विपक्ष के रवैये पर टिप्पणी करते हुए शहदाब सम्स ने कहा कि कांग्रेस जैसी पार्टियाँ तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं और विकास से जुड़े हर निर्णय का विरोध करती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए काम कर रही है, जिससे उसका सामाजिक प्रभाव लगातार कम होता जा रहा है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तराखंड जैसे शांतिप्रिय राज्य में अब इस प्रकार की राजनीति नहीं चलेगी और जनता भी अब विकास तथा पारदर्शिता चाहती है, न कि झूठे वादे और धार्मिक विभाजन।
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